40 साल की उम्र में हार्ट अटैक से मौत, ज़रूर जानें आखिर युवा क्यों हो रहे हैं हार्ट अटैक के शिकार

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली : अभिनेता और BIGG BOSS-13 के विनर सिद्धार्थ शुक्ला (Siddharth Shukla) का बीते गुरुवार को हार्ट अटैक से मौत हो गई। सिर्फ 40 साल के सिद्धार्थ शुक्ला की मौत से हर कोई हैरान और सदमे में है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 40 साल और उससे कम उम्र के लोगों में अचानक कार्डियक अरेस्ट (Cardiac arrest) के मामले समूची दुनिया में बढ़ रहे हैं। जो एक चिंता का विषय है। ऐसे में जानना जरूरी है कि, कार्डियक अरेस्ट, यानी हार्ट अटैक होने का मुख्य कारण क्या है ?

    हार्ट अटैक आने के कई कारण हैं, जैसे – अधिक वजन, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड प्रेशर हो सकते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि हार्ट अटैक आने से पहले शरीर कुछ संकेत देता है, जिन्हें जानना सबके लिए जरूरी है। इनपर ध्यान दिया जाए तो जानलेवा स्थिति को आने से रोका जा सकता है। आइए जानिए हार्ट अटैक के उन लक्षणों के बारे में –

    एक्सपर्ट्स के मुताबिक, सीने में बाईं तरफ दर्द होना भी हार्ट अटैक का शुरूआती संकेत हो सकता है। अगर आपको हार्ट ब्लॉकेज हो रहा हो या फिर दिल का दौरा पड़ रहा है तो आपके सीने में दर्द, जकड़न सी महसूस होगी। ऐसी अवस्था में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

    कहते हैं कि कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज (Cardiovascular Heart Disease) एक गंभीर समस्या है, जो अनेक प्रकार के हृदय रोगों का कारण बनती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जो युवक दिन भर में 10 सिगरेट पीते हैं उनमें हार्ट अटैक का खतरा 50 फीसदी तक बढ़ जाता है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि आज युवाओं में हार्ट अटैक आने की मुख्य वजह नशा है।

    एक्सपर्ट्स के अनुसार, बिजी लाइफस्टाइल और भागदौड़ के चलते युवा आजकल अपनी डाइट को अनदेखा कर रहे हैं। भूख लगने पर वो बाहर मिलने वाले जंक फूड पर निर्भर रहने लगते हैं। लगातार घंटों काम करने और जंक फूड के सेवन का सीधा असर ब्लड वेसेल्स पर पड़ता है। यही वजह है कि कम उम्र में ही आजकल युवा ब्लड प्रेशर का शिकार बनते जा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि समय रहत इन आदतों को सुधारा जाय।

    कहते हैं कि, ज्यादा तनाव सेहत के लिए बहुत हानिकारक है। एंग्जाइटी डिसऑर्डर (Anxiety Disorder) की वजह से स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टिसोल भी बढ़ जाता है। इसकी वजह से हार्ट अटैक की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। कुछ लोग तनाव कम करने के लिए स्मोकिंग शुरू कर देते हैं, जो दिल के दौरे का खतरा दोगुना करने का काम करता है।

    डॉक्टर्स का कहना है कि दिल को सेहतमंद रखने के लिए 7-8 घंटे की नींद लेना बहुत जरूरी है। स्टडीज के मुताबिक तय समय से कम सोने पर हार्ट अटैक का खतरा 24 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पर्याप्त नींद ना लेने वालों में डिप्रेशन भी ज्यादा पाया जाता है।