जानिए बच्चों को कोरोना से कैसे बचाएं , आयुष मंत्रालय ने बताए पांच नियम

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    नई दिल्ली : कोरोना (Corona) की तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है। देश में कोरोना के मामले अब काफी हद तक कम हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of AYUSH) के मुताबिक, बीते 24 घंटे में संक्रमण के 60 हजार 471 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि इस दौरान 2,726 लोगों की मौत हुई है। हालांकि इस बीच जानकारों का मानना है कि देश में कोरोना वायरस की तीसरी लहर आने की संभावना है और इससे निपटने के लिए कई राज्यों ने पहले ही अपनी कमर भी कस ली है।

    वैसे कहा तो यह भी जा रहा है कि तीसरी लहर में बच्चे अधिक प्रभावित होंगे। दूसरी लहर में भी पहली लहर की अपेक्षा काफी संख्या में बच्चे संक्रमित हुए। ऐसे में सरकार ने बच्चों को लेकर विशेष सावधानी बरतने की अपील की है और साथ ही आयुष मंत्रालय ने बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए गाइडलाइन भी जारी की है। आइए जानते हैं कि बच्चों को कोरोना से बचाने (protect children ) के लिए आयुष मंत्रालय ने कौन से उपाय बताए हैं… 

    1. बच्चों को घर के बाहर न जाने दें

     

    बच्चों को कोरोना का संक्रमण न हो, इसके लिए तो जरूरी है कि उन्हें घर से कहीं बाहर निकलने ही न दें। अभिभावकों के लिए यह आवश्यक है कि बच्चों के साथ कहीं भी यात्रा करने से बचें। चूंकि घर में अधिक बैठे रहने से मानसिक तौर पर भी दिक्कतें आती हैं, लेकिन इसका सबसे अच्छा उपाय है कि उनको घर-परिवार और उनके दोस्तों से वीडियो कॉल के जरिये संपर्क में रखें, ताकि उनका मन लगा रहे। 

    2. मास्क का उपयोग है जरूरी

     

     कोरोना से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण मास्क का उपयोग करना है। आयुष मंत्रालय के मुताबिक, बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए जो सबसे जरूर उपाय है, वो है मास्क का इस्तेमाल। बच्चों के शरीर में वायरस को जाने से रोकने के लिए यह जरूरी है कि उन्हें मास्क पहनाएं, खासकर तब जब वे कहीं बाहर जा रहे हैं। चूंकि ज्यादा छोटे बच्चों को तो मास्क पहना नहीं सकते, लेकिन पांच से 18 साल तक के बच्चों के लिए मास्क अनिवार्य है। दो से पांच साल तक के बच्चों को भी मास्क पहना सकते हैं, लेकिन इस दौरान अभिभावकों को उन पर नजर रखनी होगी। 

    3. नियमित  हाथ धोने की आदत डलवाएं

     

    वायरस और बैक्टीरिया जनित किसी भी बीमारी से बचने का सबसे अच्छा उपाय है हाथों को अच्छे से साबुन-पानी से धोना। बच्चों को भी यह आदत डलवाएं। इससे संक्रमण से बचने में मदद मिलेगी। हालांकि कई बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो बार-बार हाथ धोने से कतराते हैं, इसके लिए राजी नहीं होते हैं, तो इसके लिए उन्हें उनकी कोई पसंदीदा चीज देने का वादा करें, जिससे वो हाथ धोने की आदत डाल लें।

    बच्चों के लिए जरूरी हैं ये पांच नियम

    1. बच्चों को पीने के लिए हल्का गुनगुना पानी दे

    2. दो साल से अधिक उम्र के बच्चे को सुबह और रात को ब्रश करवाएं

    3. अधिक छोटे बच्चे हैं तो नियमित रूप से तेल से उनकी मालिश करें, उनके नाक में तेल डालें   

    4. पांच साल से अधिक उम्र के बच्चे को गुनगुने पानी से गरारा कराएं

    5. पांच साल से अधिक उम्र के बच्चों को उनकी क्षमता के अनुसार योग कराएं