जानें अनियमित पीरियड्स के कारण और घरेलू नुस्खे

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-सीमा कुमारी 

आज के लाइफस्टाइल में महिलाओं के खान-पान और रहन -सहन में काफी बदलाव आया है. क्योंकि वह आज घर और बाहर दोनों काम संभालती हैं. जिसके कारण वह अपने -आप पर ध्यान नहीं देती हैं और इसी तनाव के चलते लाइट पीरियड् की समस्या हो रही है.  पीरियड्स में लाइट ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं. आज चलिए जानते हैं वो कौन-से कारण हैं, जो लाइट पीरियड्स का कारण बनते हैं और इसे कैसे दूर किया जाए.

अनियमित पीरियड्स के कारण (Causes of Irregular Periods):

यूटेरस (Uterus) में होने वाले गांठ. ये ट्यूमर की तरह होते हैं लेकिन इससे कैंसर का खतरा नहीं होता है. यूटेरस में फाइब्रॉइड्स होने पर पीरियड्स प्रभावित होते हैं.

अंडाशय जब अंडे बनाना बंद कर देते हैं तब यह धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं. ऐसा 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में भी हो सकता है. इसे प्रीमैच्योर ओवेरियन फेलिय  कहा जाता है.

20 से 40 वर्ष की उम्र की महिलाओं पर जिम्मेदारी ज्यादा होती हैं वे भागती-दौड़ती जिंदगी में दफ्तर, घर, बच्चे सभी को संभालने के चक्कर में खुद का ध्यान नहीं रख पाती हैं .कई मामलों में अनियमित पीरियड्स के पीछे हार्मोन भी बड़ा कारण बन जाते हैं.

वजन अधिक बढ़ना या कम होना भी पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है. बहुत अधिक मोटे या बहुत कम वजन की महिलाओं का मासिक धर्म चक्र बुरी तरह से प्रभावित होता है, ऐसे में अपने वजन को नियंत्रण में रखकर, आप इस समस्या को होने से पहले ही रोक सकती हैं.

बर्थ कंट्रोल पिल्स भी पीरियड्स के खुलकर ना आने का कारण बन सकता है. गर्भनिरोधक गोलियां शरीर में पर्याप्त अंडा नहीं बनने देती हैं, जिसके कारण लाइट पीरियड की समस्या हो सकती है.

 Irregular Periods को दूर करने के कुछ घरेलू नुस्खे:

  • रोजाना पपीते का खाने से शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है, जिससे मासिक धर्म खुल कर आना शुरू हो जाता है.
  • आयरन और विटामिन्म से भरपूर गाजर का सेवन ना सिर्फ हार्मोंस को बैलेंस करता है बल्कि इससे खून की कमी भी पूरी होती है, जिससे पीरियड्स खुलकर आते हैं
  • मासिक धर्म की अनियमितता से पीड़ित महिलाओं के लिए एक्यूपंक्चर भी लाभदायक है.
  • दालचीनी भी  पीरियड्स की अनियमितता को ठीक करने में रामबाण साबित हो सकती है . यह पीरियड्स को रेगुलर यानि नियमित तो करती ही है, साथ ही माहवारी के दौरान होने वाले तेज दर्द से भी राहत देती है। इसमें मौजूद हाइड्रो ऑक्सी क्लोन पीरियडस के दौरान इंसुलिन के स्तर को बनाए रखता है.