ज़रूर जानें तांबे के बर्तन से होने वाले फायदे और नुकसान

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    -सीमा कुमारी

    कई भारतीय घरों (Indian Homes) में आज भी तांबे के बर्तन (Copper vessel) का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि तांबे का बर्तन शुद्ध एवं हल्का होता है। जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल पूजा-पाठ में किया जाता है। कहा जाता है कि तांबे का बर्तन कीटाणुनाशक धातु है, जिसके कारण बहुत से लोग इससे बने बर्तन को प्रयोग में लाते हैं। सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। 

    एक बात जानना बहुत जरूरी है, कि गलत तरीकों का इस्तेमाल कर तांबे के बर्तन में पानी पीना सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। इसलिए तांबे के बर्तन से होने वाले फायदे और नुकसान दोनों की जानकारी जरूर होनी चाहिए। चलिए जानें तांबे के बर्तन का इस्तेमाल किस तरह से करना चाहिए…

    • ऐसा कहा जाता है कि तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने या भोजन करने से गठिया और कैंसर जैसी कई बीमारियों की होने की संभावना कम हो जाती है। इसके लिए कम-से-कम पानी को तांबे के बर्तन में 8 घंटे के लिए जरूर रखें और सुबह इसे खाली पेट पीएं।
    • डॉक्टरों का मानना है कि तांबे में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो बहुत प्रभावी रूप से बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से  पीलिया, हैजा आदि बीमारियों से बचा जा सकता है।
    • रात को तांबे के बर्तन में पानी भरकर रख दें और सुबह खाली पेट पीएं। इससे पाचन क्रिया सही रहेगी और  कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याओं से भी बचे रहेंगे।
    • कहा जाता है कि तांबे के बर्तन में रखे पानी के सेवन से थाइरॉयड ग्रंथि के स्राव संतुलित रहता है और अर्थराइटिस दर्द में भी बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसलिए बेहद जरूरी है कि अपने-आप को दूषित  वातावरण में फिट रखने के लिए कई बातों का ध्यान खुद रखा जाए।
    • तांबे के बर्तन का पानी पीने के लाभ तो हैं, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जो कि अगर इस तांबे के बर्तन में रखी जाएं तो बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं। वास्तव में ऐसी पांच चीजें हैं जो कि तांबे के बर्तन में रखने से जहर बन जाती हैं।
    • कहते हैं कि तांबे के बर्तन में अचार नहीं रखनी चाहिए, क्योंकि अचार में मौजूद खटाई तांबे के साथ मिलकर सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। अचार में भी सिरका होता है, जो कि तांबे के संपर्क में आने पर जहर बन जाता है।
    • कहा जाता है कि तांबे के बर्तन में दही, छाछ कभी भी भूलकर नहीं खाना चाहिए।
    • नींबू में मौजूद एसिड तांबे के साथ क्रिया करता है, जो सेहत के लिए अच्छा नहीं है।