हृदय हमारे जीवन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, इसके बिना जीवन ही असंभव है। हृदय संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए पूरे विश्व में हर साल 29 सितंबर को हृदय दिवस मनाया जाता है। इस आयोजन की पहल विश्व हृदय संघ के निदेशक ने 1999 में आंटोनी बेस दे लुना ने डब्ल्यूएचओ (WHO) के साथ मिलकर की थी।
हमारा हृदय बेहद अनमोल होता है, जिसके बिना हमारा जीवन ही असंभव है। यह बिना थके, बिना रुके ज़िंदगी भर काम करता रहता है। जिसकी वजह से हम जीवित रहते हैं। दिल हमारा ख्याल रख रहा है तो, यह हमारा फर्ज़ है कि हम भी दिल का पूरा ख्याल रखें। आपका दिल अगर सेहतमंद न हो तो आप भी स्वस्थ नहीं रहेंगे।
हमारा दिल पूरे शरीर में साफ खून पहुंचने का काम करता है। लेकिन आपकी कुछ गलत आदतों की वजह से आपका हृदय बीमार होते जा रहा है। जिसकी वजह से हो सकता है कि आपको बड़ी बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जानें वो बुरी आदतें जिन्हें सुधारना बेहद आवश्यक है।
एनर्जी ड्रिंक्स-
एनर्जी ड्रिंक्स में बहुत अधिक मात्रा में कैफीन होती है, जिससे इसका अधिक सेवन करने वाले व्यक्ति को अरिदमिया यानी कि अतालता की शिकायत हो सकती है। अतालता का मतलब है आपके दिल की धड़कनों की लय में बदलाव। जब धड़कनें बहुत तेज़ होती हैं, तो इसे त्रैकार्डिया (tachycardia) कहा जाता है और जब हृदय धीमी गति से धड़कता है, इसे ब्राडीकार्डिया (bradycardia) कहते हैं। अतालता का सबसे प्रमुख लक्षण है दिल की अनियमित धड़कन।
सोडा-
सोडा आपके स्वास्थ के लिए बेहद हानिकारक है। इसे पीने से जलन होने के साथ ही ब्लड शुगर लेवल भी बढ़ सकता है। यही नहीं सोडा आर्टरी (दिल से शरीर के बाकी हिस्सों तक खून ले जाने वाली धमनी ) की दीवारों पर तनाव पैदा कर दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा देता है। इसका रोज़ाना के खान-पान में इस्तेमाल करने से जान का खतरा बढ़ जाता है।
तला हुआ चिकन-
वैसे तो चिकन में अधिक मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन किसी भी तरह के तले-भुने खाने में भरपूर मात्रा में ट्रांस फैट पाया जाता है। इस तरह की चीजें हमारे शरीर में ऑक्सीडेंट ले आती हैं जो एंटी-ऑक्सीडेंट की दुश्मन हैं। ऐसे में तला हुआ चिकन भी आपके शरीर और दिल को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि किसी भी चीज़ को तलने के लिए गर्म तेल का इस्तेमाल किया जाता है। गर्म तेल भोजन के विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट को नष्ट कर ऐसे ऑक्सीडेंट बनाता है, जिससे कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है।
लाल मांस-
लाल मांस (Red Meat) में ढेर सारा सैचुरेटेड फैट, कोलेस्ट्रॉल और नमक होता है। जिससे दिल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचता है। इसलिए ऐसे में लाल मांस को महीने में एक बार खाने की सलाह दी जाती है।
मार्जरीन-
मार्जरीन को हाइड्रोजनेटेड ऑयल से बनाया जाता है। इसका इस्तेमाल लोग मक्खन के विकल्प के तौर पर करते हैं। यह ट्रांस फैट का प्रमुख स्रोत भी होता है, जो हमारे शरीर के कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है। यह न केवल हमारी दिल की सेहत के लिए हानिकारक है बल्कि यह स्किन एजिंग प्रॉसेस को तेज़ कर देता है। यानी कि समय से पहले हमारी त्वचा बूढ़ी होने लगती है।
चाइनीज़ फूड-
चाइनीज़ फूड बहुत लोगों को पसंद आता है। लेकिन इसमें मौजूद कैलोरी, फैट, सोडियम और कार्बोहाडड्रेट हमारे शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक होता है। यह हमारे शरीर के ब्लड शुगर लेवल को लंबे समय के लिए बढ़ा देता है। यानी, अगर आप एक बार चाइनीज़ फूड खाएंगे और लंबे समय तक आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ा रहेगा। यह दिल के लिए बहुत खतरनाक है।
नशीले पदार्थ-
शराब, सिगरेट, हुक्का व अन्य नशीले पदार्थों का सेवन भले ही आप अपने शौक के लिए करते हैं, लेकिन यह आपके शरीर को बहुत हद तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे आपका दिल बहुत बीमार हो सकता है। यह दिमाग के संतुलन को भी बुरी तरह से बिगाड़ देता है। अमूमन ठंड में लोग शरीर को गर्म रखने के लिए इनकी मात्रा बढ़ा देते हैं।
आलू और मकई के चिप्स-
आलू और मकई के चिप्स में भरपूर मात्रा में ट्रांस फैट, सोडियम, कार्ब्स और ऐसी बहुत सी चीज़ें पाई जाती हैं, जो आपकी सेहत और दिल के लिए बिलकुल भी अच्छी नहीं है। शोधों में इस बात का पता चला है कि जो लोग एक दिन में 200 मिलिग्राम से ज़्यादा सोडियम खाते हैं, वह दिल की बीमारी से मरने वाले 10 लोगों में से एक होते हैं।