Fast food restaurants do not affect children's weight
File Photo

    Loading

    -सीमा कुमारी

    भारत में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर से हालात बहुत ही खराब हैं। कोविड के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में पूरे देश में लाखों की संख्या में लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं  और हजारों लोगों की संक्रमण से मौत भी हो रही है।

    कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में बच्चे भी संक्रमित हुए हैं। ऐसे में बच्चों को कोरोना संक्रमित होने पर आप इन उपायों से जल्द से जल्द ठीक कर सकते हैं। आइए जानें क्या एहतियात बरतें और क्या घरेलू उपाय:

    • ऐसा देखा गया है कि कोरोना से संक्रमित बच्चों के गले में खराश, खांसी, हल्का बुखार, नाक बहना और सांस लेने में तकलीफ जैसे हल्के लक्षण देखे जा सकते हैं। कई बच्चों में पेट संबंधी परेशानियां भी देखी जा रही हैं। ऐसी स्थिति में होम आइसोलेशन में ही बच्चों का घर पर ही इलाज किया जा सकता है।
    • कई बार बच्चों को बुखार होने पर माता-पिता उन्हें एंटीबायोटिक्स दे देते हैं। खुद डॉक्टर बनने का खतरा न मोल लें। आप ऐसा बिल्कुल न करें। बच्चों को विशेष परिस्थिति में डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही एंटीबायोटिक देना चाहिए।
    • एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 95 से 100 के बीच के ऑक्सीजन लेवल हेल्दी माना जाता है। इसके लिए 92 से ऊपर ऑक्सीजन सैचुरेशन वाले संक्रमित बच्चे को मॉडरेट कैटेगरी में रखते हैं। ऐसे बच्चों में फ्लू के लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
    • अगर बच्चे को बुखार आ जाए तो डॉक्टर उन्हें पेरासिटामोल लेने की सलाह देते हैं। बच्चे को पेरासिटामोल हर चार घंटे में दिया जा सकता है। लेकिन, इस बात को ध्यान रखें कि यह खुराक डॉक्टर की सलाह पर ही दें।
    • अक्सर गर्मी के दिनों में बच्चों में डिहाइड्रेशन की परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे में आप बच्चों की डाइट में मौसमी फल और सब्जियों को जरूर शामिल करें, जिससे वो हायड्रेट रह सकें।