आखिर क्या है बर्ड फ्लू? जानें लक्षण से लेकर सबकुछ

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-सीमा कुमारी

कोरोना वायरस को लेकर पूरा विश्व अब तक परेशान है। लोगों में अब तक इसका डर व दहशत बनी हुई है। कब यह वायरस ख़त्म हो, ताकि लोग खुली हवा में सांस ले सकें, लेकिन एक मुसीबत और आ गई। वह है बर्ड फ्लू वायरस। दुनिया में वायरस पर वायरस आये जा रहे हैं, जो लोगों का जीना दुश्वार कर रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं क्या है बर्ड फ्लू और इस लक्षण के बारे में…

क्या है बर्ड फ्लू? 
बर्ड फ्लू एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से होता है। ये वायरस संक्रमित पक्षियों और इंसानों दोनों के लिए भी बहुत खतरनाक है। ये वायरस इतना खतरनाक होता है कि इससे मौत भी हो सकती है। इसका पहला मामला 1997 में हॉन्ग कॉन्ग में आया था। उस समय बर्ड फ्लू के प्रकोप को पोल्ट्री फार्म में संक्रमित मुर्गियों से जोड़ा गया था। ये बीमारी संक्रमित पक्षी के मल, नाक के स्राव, मुंह के लार या आंखों से निकलने वाले पानी के संपर्क में आने से होती है। संक्रमित मुर्गियों के 165ºF पर पकाए गए मांस या अंडे के सेवन से बर्ड फ्लू नहीं फैलता है लेकिन संक्रमित मुर्गी के अंडों को कच्चा या उबालकर नहीं खाना चाहिए।

बर्ड फ्लू के लक्षण-
बर्ड फ्लू के लक्षणों की बात करें तो बर्ड फ्लू होने पर कफ, बुखार, सांस की परेशानी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, बैचेनी जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए सतर्कता और समझदारी के साथ आगे बढ़ना जरूरी है। किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

सावधानी जरूरी हैं-
ये वायरस सबसे तेजी से मुर्गियों में फैलता है। अगर संक्रमित पक्षी मृत हो और इसका सेवन किया जाए तो ये इंसानों के शरीर में पहुंच सकता है और उन्हें संक्रमित कर सकता है। ये वायरस संक्रमित पक्षी के मल, लार में लगभग 10 दिनों तक जिंदा रह सकता है। ऐसे लोग जो मुर्गीपालन के कार्यो से जुड़ें हैं उन्हें वायरस के संपर्क में आने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा अगर हम संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आते हैं या कच्चा या अच्छी तरह से न पका हुआ चिकन, अंडा खाते हैं तो भी इस वायरस की चपेट में आने का खतरा बना रहता है। ऐसे में जरूरी है कि हमें इस बारे में पूरी जानकारी रहे ताकि जागरूकता और समझदारी के साथ हम अपने कदम आगे बढ़ा सकें।