Fake GST
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नई दिल्ली: जीएसटी खुफिया महानिदेशालय (Directorate General of GST Intelligence) (डीजीजीआई) और केंद्रीय जीएसटी आयुक्त कार्यालयों (Central GST Commissioner Offices) ने पिछले दो महीनों में फर्जी जीएसटी बिल मामले में 700 करोड़ रुपये से अधिक बरामद किये और 215 लोगों को गिरफ्तार किया है। फर्जी बिलों (Fake Bills) का उपयोग अवैध तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) (आईटीसी) का लाभ लेने में किया गया। 

जीएसटी (माल एवं सेवा कर) खुफिया प्राधिकरणों ने 2,200 मामले दर्ज किये और 6,600 से अधिक फर्जी जीएसटीआईएन इकाइयों का पता लगाया। जीएसटी खुफिया महानिदेशालय और केंद्रीय जीएसटी (सीजीएसटी) आयुक्त कार्यालय ने अब तक छह चार्टर्ड एकाउंटेंट और कंपनी सचिव समेत 215 लोगों को गिरफ्तार किया है और धोखाधड़ी करने वाले इन लोगों से 700 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है। 

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में न केवल फर्जी कंपनियों के संचालक शामिल हैं बल्कि अंतिम लाभार्थी भी शामिल हैं जो कमीशन के आधार पर फर्जी बिल कारोबार चलाने वाले इन जालसाजों के साथ जुड़े हुए थे। उसने कहा कि आंकड़ा विश्लेषण, आंकड़ा साझा कर तथा कृत्रिम मेधा (एआई) का उपयोग कर अधिकारियों ने फर्जी इकाइयों के परत-दर-परत गतिविधियों का पता लगाया। 

जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें विभिन्न कंपनियों और व्यापार इकाइयों के प्रबंध निदेशक, निदेशक, मालिक और भागीदार शामिल हैं। ये सभी गलत तरीके से आईटीसी का लाभ उठाने में लगे थे। सूत्रों के अनुसार अब तक सर्वाधिक गिरफ्तारी मुंबई क्षेत्र से हुई है। वहां 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। (एजेंसी)