नयी दिल्ली.भारत (India) में कोरोना (Corona) वायरस संक्रमण के 24,712 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 1,01,23,778 हो गई है और इनमें से स्वस्थ हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 96.93 लाख हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कारण 312 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,46,756 हो गई है। देश में संक्रमणमुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 96,93,173 हो गई है, यानी संक्रमित होने के बाद लोगों के स्वस्थ होने की दर 95.75 प्रतिशत है, जबकि मृत्युदर 1.45 प्रतिशत है।
India records 24,712 new COVID-19 cases, 29,791 recoveries, and 312 deaths in the last 24 hours, as per Union Health Ministry
Total cases: 1,01,23,778
Active cases: 2,83,849
Total recoveries: 96,93,173
Death toll: 1,46,756 pic.twitter.com/Azt7FlUWT7
— ANI (@ANI) December 24, 2020
कोविड-19 से संक्रमित उपचाराधीन लोगों की संख्या लगातार तीसरे दिन तीन लाख से नीचे रही। आंकड़ों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 2,83,849 लोगों का उपचार चल रहा है, जो कुल मामलों का 2.80 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ से अधिक हो गई थी। भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 23 दिसंबर तक कुल 16,53,08,366 नमूनों की जांच की जा चुकी है।
इनमें से 10,39,645 नमूनों की जांच बुधवार को की गई। आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में जिन 312 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र में 93, पश्चिम बंगाल में 34, केरल में 22 और उत्तर प्रदेश में 21 लोगों की मौत हुई। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में वायरस से अभी तक 1,46,756 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से महाराष्ट्र में 48,969, कर्नाटक में 12,038, तमिलनाडु में 12,024, दिल्ली में 10,347, पश्चिम बंगाल में 9,473, उत्तर प्रदेश में 8,245, आंध्र प्रदेश में 7,085 और पंजाब में 5,243 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मामलों में मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।