गोल्ड जीतने के बाद बोले नीरज चोपड़ा- आज कुछ अलग करना था, पदक किया मिल्खा सिंह को समर्पित

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    नई दिल्ली: भाला थ्रो (Javelin Throw) में गोल्ड मेडल जीत कर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने इतिहास रच दिया है। इसी के साथ नीरज पहले खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने ट्रैक एंड फिल्ड (Track & Field) में गोल्ड जीता है। वहीं इस जीत के बाद पहली बार बोलते हुए नीरज ने कहा, “मुझे आज कुछ अलग करना था, मुझे पता था कि, आज मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा।” इसी के साथ उन्होंने अपना पदक दिवंगत फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को समर्पित किया है। 

    नीरज ने कहा, “मुझे ओलंपिक का रिकॉर्ड तोड़ना था, लेकिन मैंने गोल्ड मेडल के बारे में नहीं सोचा था। जबकि वह अपने प्रदर्शन के दौरान आत्मविश्वास से भरे हुए थे।

    चोपड़ा तीन दिन पहले क्वालीफिकेशन में शीर्ष पर रहे थे और फाइनल्स में उन्होंने इससे भी बेहतर प्रदर्शन किया और 87.58 मीटर की दूरी के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से पहला स्थान हासिल किया जिससे वह ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गये जो देश का ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा में भी पहला पदक है।

    तेईस साल के चोपड़ा ने ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, ‘‘विश्वास नहीं हो रहा। पहली बार है जब भारत ने एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीता है इसलिये मैं बहुत खुश हूं। हमारे पास अन्य खेलों में ओलंपिक का एक ही स्वर्ण है। ” उन्होंने कहा, ‘‘ एथलेटिक्स में यह हमारा पहला ओलंपिक पदक है। यह मेरे और देश के लिये गर्व का क्षण है। ”

    यह पूछने पर कि क्या वह स्वर्ण पदक जीतकर हैरान थे जिसमें जर्मनी के महान एथलीट योहानेस वेटर भी शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन राउंड में मैंने काफी अच्छा थ्रो फेंका था इसलिये मैं जानता था कि मैं फाइनल में बेहतर कर सकता हूं।” उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं नहीं जानता कि यह स्वर्ण होगा लेकिन मैं बहुत खुश हूं।” किसी ने भी इसकी उम्मीद नहीं की होगी कि चोपड़ा ओलंपिक जैसे मंच पर इस तरह से दबदबा बनाकर स्वर्ण पदक जीतेंगे।