नई दिल्ली: किसान परेड (Farmer Parade) के नाम पर लाल किले पर हिंसा (Red Fort Violence) करने और तिरंगे (National Flag) के अपमान मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) सख्त हो गई है। पुलिस ने हिंसा करने में शामिल उपद्रवियों के खिलाफ राजद्रोह (Treason) और गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (Unlawful Activities (Prevention) Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ज्ञात हो कि, गणतंत्र दिवस के दिन कृषि कानून के विरोध में आयोजित रैली में शामिल आंदोलनकारी और उपद्रवियों ने लाल किले के अंदर खूब आतंक मचाया था। वहां मौजूद सभी सुरक्षा उपकरणों को तोड़ते हुए किले के ऊपर तक पहुंच गए और तिरंगे की जगह एक धर्म विशेष का झंडा लगा दिया।
हर एंगल से जांच शुरू
दिल्ली पुलिस ने कहा, “लाल किले मामले पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम और आईपीसी की धाराओं के साथ छेड़खानी से निपटने के प्रावधानों के तहत जांच की जा रही है। भारत के साथ-साथ देश से बाहर के संगठनों, व्यक्तियों की भूमिका और आचरण की जांच की जा रही है।”
A criminal case has been registered & is being investigated under provisions of Unlawful Activities Prevention Act & sections of IPC dealing with sedition. Role & conduct of organisations & individuals based in India as well as those out of country is being probed: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 28, 2021
साजिस पहले से सुनुयोजित
26 जनवरी के दिन किसान संगठनों ने तय रास्तों के बजाय दूसरे रास्ते पर जाने के सवाल पर दिल्ली पुलिस ने कहा, “एक प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के नेताओं के बीच हुए समझौते को तोड़ने के लिए पूर्व-कल्पना और अच्छी तरह से समन्वित योजना थी। स्पेशल सेल दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के पीछे बड़ी साजिश और आपराधिक डिजाइन की जांच कर रही है।”