Movement of farmers' organizations: Government said that it has no record of farmers' death

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नयी दिल्ली. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने शुक्रवार को पंजाब के किसानों से प्रदर्शन (Farmers Protest) समाप्त करके सरकार के साथ बातचीत करने को कहा ताकि तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर गतिरोध का हल निकाला जा सके। किसानों के 40 संघों के साथ बातचीत की अगुवाई कर रहे तोमर ने उम्मीद जताई कि किसान इन तीनों कानूनों के महत्व को समझेंगे और इस गतिरोध को समाप्त करने की खातिर समाधान निकलाने के लिए सरकार के साथ बातचीत करेंगे।

कृषि मंत्री ने कहा कि पंजाब के किसानों के मन में कुछ गलत धारणा है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे आग्रह करना चाहता हूं कि प्रदर्शन छोड़कर वार्ता के लिए आगे आएं। मुझे आशा है कि किसान नए कानूनों के महत्व को समझेंगे और समाधान पर पहुंचेंगे।” नए कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर विभिन्न राज्यों के हजारों किसान और उनके परिजन करीब एक महीने से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अभी तक केंद्र और 40 किसान संघों के बीच पांच दौर की औपचारिक वार्ता बेनतीजा रही है।

सरकार ने किसानों को दो बार पत्र लिखकर अगले दौर की बातचीत उनके हिसाब से तय तारीख पर करने के लिए न्योता भेजा है। किसान संगठनों के साथ बातचीत में तोमर के साथ केंद्रीय खाद्य, वाणिज्य और रेल मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश भाग ले रहे हैं। आंदोलनकारी किसान समूहों का कहना है कि नए कानूनों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का सुरक्षा तंत्र समाप्त हो जाएगा, मंडी व्यवस्था समाप्त हो जाएगी और वे बड़े कॉर्पोरेटों की दया पर निर्भर हो जाएंगे। सरकार कह रही है कि उनकी आशंका गलत है।