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अलीगढ़ (उप्र). कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट में पोस्टमार्टम हाउस में कथित अव्यवस्था का मामला उजागर किए जाने के बाद अलीगढ़ जिला प्रशासन ने प्रियंका के सभी आरोपों को गलत बताया है। जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने सोमवार को बताया कि कांग्रेस महासचिव द्वारा ट्वीट करके जिला पोस्टमार्टम हाउस में अव्यवस्था फैलने के आरोप लगाए जाने के बाद जिले में तैनात दोनों अपर जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तीन सदस्यीय समिति ने मामले की जांच की। जांच में प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा लगाए गए सभी आरोप गलत पाए गए।

गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को अलीगढ़ स्थित पोस्टमार्टम हाउस में अव्यवस्था का दावा करने वाली एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए राज्य की भाजपा सरकार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि सरकार के तमाम दावों के बावजूद कोविड-19 महामारी के इस दौर में लोगों को भयंकर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने एक वीडियो रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह भी कहा था कि पोस्टमार्टम हाउस में शवों को सुरक्षित रखने के लिए बर्फ की सिल्ली के एवज में उनके परिजनों से रिश्वत ली जा रही है। गौरतलब है कि हाल में आई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अलीगढ़ में 45 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।

उसके परिजन का कहना था कि जिला अस्पताल में मृत्यु होने के बावजूद शव को चार दिन से ज्यादा वक्त खुले में रखा गया। इस दौरान शव को सुरक्षित रखने के लिए बर्फ की सिल्ली के एवज में उनसे 500 रुपये भी मांगे गए थे। परिजन के मुताबिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना वायरस से संबंधित औपचारिकताओं का बहाना बनाते हुए जानबूझकर शव को चार दिन खुले में रहने दिया। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कुछ समाचार चैनलों ने इसे प्रसारित किया, जिसमें यह भी दावा किया गया कि पोस्टमार्टम हाउस का डीप फ्रीज़र पिछले करीब 15 दिन से खराब है।(एजेंसी)