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    नयी दिल्ली. जहाँ एक तरफ सम्पूर्ण विश्व कोरोना संक्रमण से युद्धरत है। वहीं अब इस संक्रमण के फैलने के संबंध में एक बड़ी ही चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। जी हाँ एक एक ताजा शोध में एक ऐसे कोरोना वायरस (New Coronavirus) का भी पता चला है, जिसकी पुरजोर संभावना है कि ये कुत्तों (Dogs) द्वारा इंसानों में फैला है। फिलहाल ये नया कोरोना वायरस इंसानों के लिए कितना गंभीर खतरा है या नहीं। इस पुष्टि फिलहाल वैज्ञानिकों द्वारा किया जाना बाकी है।

    खबरों के मुताबिक इस नए संक्रामक वायरस को CCoV-HuPn-2018 नाम दिया गया है। बताया जा रहा है कि SARS-CoV-2 के बाद इंसानों में पहुंचने वाला ये वायरस अब तक का सबसे नया कोरोना वायरस है, जो वर्तमान महामारी का बड़ा कारण बन रहा है। दरअसल इसका पता तब चला जब मलेशिया में  एक बच्चे को निमोनिया होने पर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

    अब अगर उसके भीतर इस वायरस के रोगजनक होनी की पुष्टि होती है तो ये अपने आप में एक नया और आठवां कोरोना वायरस (8th Coronavirus) होगा जो अब आम इंसानों में बीमारी की वजह भी बन सकता है। इसमें सबसे खास बात यह है कि ये ऐसा पहला कोरोना वायरस होगा जो कुत्तों से इंसानों में फैलता है।

    गौरतलब है कि दुनिया में फिलहाल सात तरह के कोरोना वायरस हैं। सार्स-सीओवी-2 के अलावा अन्य तरह के कोरोना वायरस है जो सार्स, मर्स और सामान्य खांसी की वजह बनते हैं। लेकिन इस नए वायरस से संबंधित आर्टिकल बीते गुरुवार को ही क्लीनिकल इंफेक्शियस डिसीज जर्नल (Clinical Infectious Diseases Journal) में प्रकाशित किया गया था।

    इस लेख के मुताबिक कोरोना वायरस का एक ग्रुप है जिसे अब चार समूहों में बांटा गया है। इनमें अल्फा कोरोना वायरस (Alpha Coronavirus), बीटा कोरोना वायरस (Beta Coronavirus), डेल्टा कोरोना वायरस (Delta Coronavirus) और गामा कोरोना वायरस (Gamma Coronavirus) हैं।

    गौरतलब है कि ये संक्रामक वायरस जानवरों और पक्षियों में भी संक्रमण का प्रमुख कराण बनते हैं और सबसे पहले साल 1920 के दशक में इनकी पहचान हुई थी। वहीं 1960 के दशक में मानव कोरोना वायरस की पहचान की गई थी और ये अल्फा और बीटा सीओवी जेनेरा से भी संबंधित है। फिलहाल इस नए कोरोना वायरस जिसकी पुरजोर संभावना है कि ये कुत्तों द्वारा इंसानों में फैला है को लेकर और गहन संधान होंगे, जिसको लेकर समूचा चिकित्सा वर्ग अभी पेशोपेश में हैं।