नई दिल्ली. भारतीय चुनाव आयोग ने साल 2021 में देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। जिन पांच राज्यों में चुनाव होना है। जिसमें तमिलनाडु (Tamil Nadu), पश्चिम बंगाल (West Bengal), केरल (Kerala), असम (Assam) और पुडुचेरी (Puducherry) शामिल है। चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही अब तमाम सियासी दलों ने अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
उक्त चार राज्यों व केंद्र शासित पुडुचेरी में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच अलग-अलग चरणों में मतदान संपन्न होगा। चुनावी तिथियों की घोषणा के साथ ही सभी चुनावी राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है।
चुनाव आयोग के अनुसार पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में जबकि असम में तीन चरणों में मतदान संपन्न होगा। जबकि तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा। वहीं मतों की गिनती दो मई को होगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीख
पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होनेवाले है। जिसमें 27 मार्च को पहले चरण में वोटिंग होगी। जबकि दूसरे चरण में 1 अप्रैल, तीसरे चरण में 6 अप्रैल, चौथे चरण में 10 अप्रैल, पांचवे चरण में 17 अप्रैल, छठे चरण में 22 अप्रैल, सातवें चरण में 26 अप्रैल और आठवें चरण में 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।
असम विधानसभा चुनाव की तारीख
असम में तीन चरणों में चुनाव होनेवाला है। पहले चरण में 27 मार्च को वोट डाले जायेंगे। जबकि दूसरे चरण में 1 अप्रैल और तीसरे चरण में 6 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे। यहां कुल 126 सीटों के लिए चुनाव होगा।
केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी विधानसभा चुनाव की तारीख
चुनाव आयोग के अनुसार केरल, तमिलनाडु और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में एक चरण में चुनाव होनेवाला है। इन सभी राज्यों में 6 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे।
केंद्रीय बलों की तैनाती
824 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होगा और इस दौरान कुल 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान करने के पात्र होंगे। अरोड़ा ने कहा कि चुनावों के दौरान आवश्यक केंद्रीय बलों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी।
असम विधानसभा का कार्यकाल 31 मई, तमिलनाडु विधानसभा का कार्यकाल 24 मई, पश्चिम बंगाल का 30 मई, केरल का एक जून और पुडुचेरी का आठ जून को पूरा हो रहा है।
कहां कितनी सीटें?
असम में 126 सीटों, तमिलनाडु में 234 सीटों, पश्चिम बंगाल में 294 सीटों, केरल में 140 सीटों और पुडुचेरी में 30 सीटों के लिए चुनाव होगा अरोड़ा ने कहा कि टीकाकरण से चुनाव के लिए अनुकूल माहौल बना है और चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी लोगों को टीकाकरण अभियान के लिए अग्रिम मोर्चे का कर्मी घोषित किया गया है।
पश्चिम बंगाल पर टिकी हैं सबकी नजरें
इस बार के विधानसभा चुनाव में सभी की नजरें पश्चिम बंगाल पर टिकी हैं। जहां पर टीएमसी की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बार का चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी मैदान में मिशन 200 लेकर उतरी है। मतलब उन्हें उम्मीद है कि बीजेपी को इस बार 200 सीटें मिलने की उम्मीद है। वहीं, ममता बनर्जी किसी भी हाल में कुर्सी छोड़ने वाली नहीं है और उन्होंने जीत की हुंकार भर अपनी पार्टी के जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
क्या कहतें हैं बंगाल के आंकड़े?
पश्चिम बंगाल विधानसभा में कुल 294 सीटें है। साल 2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 293 सीटों पर मैदान में उतरी थी। जिसमें से उसने 211 सीटें जीती थी। जबकि बीजेपी को इस चुनाव में करारी हार का मुंह देखना पड़ा था। पिछले चुनाव में बीजेपी और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जिसमें बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें मिली थी।
केरल में कांग्रेस को टक्कर देगी बीजेपी
साल 2016 के विधानसभा चुनाव में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) ने की करीब दो-तिहाई सीटें जीतकर कांग्रेस (INC) की अगुवाई वाले यूनाइटेड डेमेक्रेटिक फ्रंट (UDF) को जीत हासिल की थी। इस चुनाव में बीजेपी कांग्रेस को कड़ी टक्कर देनेवाली है।