नयी दिल्ली. वह कहते हैं न कि, ‘किस्मत मेहरबान तो गधा भी पहलवान, और जो किस्मत ने फिर मारी लात, तो किसी की भी नहीं कोई बिसात।’ यह किस्मत का खेल ही तो आज तक कोई समझ ही नहीं पाया है। पता नहीं कब किसकी किस्मत खुल जाये और कब चलती किस्मत हो जाये बंद। इसमें ऊँचा,निचा, गरीब और अमीर कोई भी उपवाद नहीं है।
जी हाँ कुछ ऐसा ही हुआ था जब बीते साल दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) चलाने वाले एक 81 साल के बुजुर्ग कांता प्रसाद और उनकी पत्नी बादामी देवी के साथ। वहीं कभी इनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गौरव वासन (Gaurav Vasan) कहना है कि “इस दुनिया में कर्म से ऊपर कुछ भी नहीं है, जैसी करनी,वैसी भरनी।”
हुआ यूँ कि इनका वीडियो वायरल होने के बाद इनकी भी किस्मत खुल गई थी। इधर इनका वीडियो ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा था और वहीं इसके फलस्वरूप लोग उनके ढाबे पर खाना खाने के लिए लाइन भी लगाने लगे थे। वहीं इन लोगों इसके अलावा अलावा उन्हें बहुत सी जगहों पर आर्थिक मदद भी मिली थी। हालाँकि वह और बात है कि कांता प्रसाद को जिस यू-ट्यूबर गौरव वासन ने लोगों के बीच मशहूर किया था, उसी के खिलाफ बाद में उन्होंने दिल्ली की मालवीय नगर पुलिस ने IPCकी धारा 420 के तहत FIR दर्ज करवाया था।
दरअसल दिल्ली पुलिस ने बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद की शिकायत के बाद जांच की और गौरव वासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। दरअसल कांता प्रसाद ने आरोप लगाया था कि गौरव वासन ने उससे संपर्क किया और अपने व्यवसाय को बढ़ावा देने के मकसद से उनके साथ एक वीडियो शूट किया। आरोप है गौरव वासन ने अपने ऑफिशियल अकाउंट से वीडियो को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और जनता से अनुरोध किया कि वह कांता प्रसाद को वित्तीय मदद करने के लिए पैसे दान करें। बाद में इसी दान के पैसों में गौरव ने छेड़छाड़ की और कुछ पैसे हथिया लिए। लेकिन बाद में यह मामला रफा दफा हो गया।
इधर मिले पैसों से कांता प्रसाद (Kanta Prasad) ने रेस्टोरेंट भी खोला था। लेकिन अब वह रेस्टोरेंट लॉकडाउन की वजह से बंद हो गया है। जिसके कारण अब वह अपनी पुरानी जगह वापस लौट आए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांता प्रसाद का यह रेस्टोरेंट चल नहीं पाया और वह फिर वापस अपनी पुरानी जगह पर काम करने लगे हैं। खैर कभी उनका भी सितारा बुलंद था और उनकी कमाई 10 गुना बढ़ गई थी। इसके साथ ही वह इंटरनेट पर फेमस भी हो गए थे।
इस मुद्दे पर अब कांता प्रसाद बताते हैं कि, नए रेस्टोरेंट को हमें बिजनेस में हो रहे नुकसान के कारण बंद करना पड़ा है। हमें 1 लाख रूपये की लगत में सिर्फ 35000 रुपये की ही आमदनी हुई। इससे अचा में अपनी पुरानी जगह पर ही खुश हूँ, यहाँ भी मेरे ग्राहकों की आमद अच्छी है। उनका यह भी कहना था कि, ”मैं अपने जिंदा रहने तक इस ढाबे को अपने दम पर चलाऊंगा। जिस दिन कारोबार में मंदी आएगी, मैं इसे फिर बंद कर दूंगा। पिछले साल हमें जो पैसा दान में मिला था, उसमें से हमने 20 लाख रुपये अपने पास, अपने मुसीबत के समय के लिए रखे हैं।”
Baba Ka Dhaba’s Kanta Prasad shuts down the new eatery, (opened in December 2020) due to losses. He says, “On an investment of Rs 1 lakh, we only earned Rs 35,000, thats’ why shut it. I’m happy to run my old eatery as customer footfall is good here.” pic.twitter.com/sA8xdcgp1z
— ANI (@ANI) June 8, 2021
“I will run this Dhaba till I am alive. The day business sees a slump, I will shut it. We have kept Rs 20 lakhs for me & my wife from the money we were donated last year,” he adds.
— ANI (@ANI) June 8, 2021
इधर जब इसके बारे में यू-ट्यूबर गौरव वासन को पता चला तो उन्होंने सिर्फ यही कहा कि “इस दुनिया में कर्म से ऊपर कुछ भी नहीं है।” बता दें कि कांता प्रसाद और उनकी पत्नी के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका गौरव वासन ने ही निभाई थी।
गौरतलब है कि बीते साल 2020 में ‘बाबा का ढाबा’ नाम का एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में कांता प्रसाद को यह कहते हुए देखा गया था कि दुनिया भर में चल रही कोरोना महामारी के बीच उनकी आय 100 रुपये से कम थी। ये वीडियो यू-ट्यूबर गौरव वासन ने शूट कर अपने चैनल पर अपलोड किया था और दिल्ली वालों से बुजुर्ग जोड़े की मदद करने का अनुरोध भी किया था। उन्होंने ही लोगों से पैसे दान करके उनकी आर्थिक मदद करने के लिए भी कहा था। जिसके चलते कांता प्रसाद की अनेक लोगों के अलावा कई फ़िल्मी सितारों ने भी मदद की थी।