SURAT

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    सूरत. एक तरफ भारत सरकार (Indian Goverment) कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दवाओं कि कालाबाजारी रोकने में एड़ी छोटी का जोर लगा रही है। वहीं अब गुजरात स्थित सूरत में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यालय पर कोरोना संक्रमण (Coronavirus In Gujarat) के इलाज में उपयोग किये जाने वाले एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिविर ( Remdesivir injections) को लोगों के बीच मुफ्त में  बांटा जा रहा है। अब इसको लेकर बीजेपी के सूरत वाले दफ्तर पर 100 मीटर से ज्यादा लंबी लाइन लगी है। अनेकों जगह से अब लोग अपने परिजनों के लिए रेमडेसिविर का डोज लेने के लिए यहां पहुंचे हुए हैं।

    क्या है घटना:

    कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बीते सोमवार को सुबह 10।40 बजे, रेमडेसिविर इंजेक्शन से भरी एक निजी कार बीजेपी के सूरत दफ्तर में पहुंची । कार में जाइडस हेल्थकेयर द्वारा निर्मित इंजेक्शन था। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने यह सारे बक्से इकट्ठे किए और फिर सुबह 11 बजे, पूर्व नगरसेवक मनु पटेल के साथ भाजपा के युथ-विंग कार्यकर्ताओं के सदस्यों ने कमल के प्रतीक के साथ नारंगी-पेपर टोकन बांटे। टोकन में भाजपा आईटी विभाग के स्थानीय प्रमुख विजय राडिया के दस्तखत भी दर्ज थे।

    वहीं इसी लाइन में 50 वर्षीय आशिमा  पटेल (बदला हुआ नाम) भी लगी हुई थीं, जो रेमेडसवीर का इंजेक्शन लेने के लिए डिंडोली स्थित अपने घर से चलीं। उन्होंने बताया कि उनकी 76 वर्षीय मां मरुबेन, कोरोना के चलते  अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं रिपोर्ट के अनुसार मीना पटेल का 101वां नंबर था। इस पर पटेल ने बताया कि पहले राउंड में दफ्तर में सिर्फ 50 लोगों को बुलाया गया। इसके बाद फिर दूसरे राउंड में 50 लोगों को बुलाया गया। उनका  नंबर दूसरे राउंड में आया। बताया गया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन मांगने वालों को ही फिलहाल अंदर दफ्तर में जाने दिया गया था ।

    गुजरात बीजेपी अध्यक्ष कि हो गिरफ्तारी : कांग्रेस

    इधर अब इस पूरी घटना पर राजनीति शुरू हो गयी है। वहीं रेमडेसिविर की पांच हजार खुराकें नि:शुल्क वितरित करने के लिए गुजरातबीजेपी  के अध्यक्ष सी। आर। पाटिल अब लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। इस मुद्दे पर विपक्षी दल कांग्रेस ने अवैध रूप से रेमडेसिविर दवा को खरीदने और इसके अनुचित भंडारण के लिए बीते सोमवार को ही उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की थी। यही नहीं गुजरात कांग्रेस ने पाटिल के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की, जिन्होंने अपने गृहनगर सूरत में रेमडेसिविर की कमी के बीच इस दवा की 5000 खुराकें वितरित करने की घोषणा कर एक प्रकार से नए विवादों को जन्म दिया था।

    BJP का भी पलटवार :

    हालाँकि अब सूरत से बीजेपी विधायक हर्ष सांघवी सोमवार को पाटिल के समर्थन में उतरे और यह भी कहा कि सभी इंजेक्शन दूसरे राज्यों से पैसा  देकर खरीदा गया है । इतना ही नहीं सांघवीने कांग्रेस पर कड़ा प्रहारकरते हुए कहा कि, “हमने ये इंजेक्शन दूसरे राज्यों से खरीदे हैं जहां ये अधिक संख्या में उपलब्ध हैं। इसके बाद ही हम हम इसे कतार में खड़े लोगों को नि:शुल्क दे रहे हैं। उनका इस घटना पर एक ही सवाल था कि , “क्या जरूरतमंद लोगों की मदद करना अपराध है? क्या कांग्रेस के नातों ने  ने अपने विधानसभा क्षेत्र में एक भी इंजेक्शन नि:शुल्क दिया है?” फिलहाल मामले पर राजनीति गर्म है।