नई दिल्ली. आज ब्रिक्स (BRICS Summit 2020) देशों की का वर्चुअल शिखर सम्मेलन है। वहीं आज LAC में जारी तनाव के मध्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Shi Jinping) का भी आमना सामना होगा। गौरतलब है कि भारत-चीन (India-China) के बीच सीमा पर तनाव के चलते इनके मध्य हुई कई दौर की वार्ता के बाद भी मसला भी अभी बेनतीजा है।
PM Narendra Modi to attend 12th BRICS Summit hosted by Russia, under the theme ‘Global Stability, Shared Security and Innovative Growth’ today. The meeting will be held in a virtual format. (File photo) pic.twitter.com/eZoIqsEjz9
— ANI (@ANI) November 17, 2020
दरअसल आज ब्रिक्स देशों का वर्चुअल शिखर सम्मेलन होगा। वहीं इस बैठक में रूस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के अलावा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग शी शामिल होने वाले हैं। बता दें कि इसके पहले भी यह दोनों ही 10 नवंबर को शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) की वर्चुअल बैठक में भी शिरकत कर चुके हैं। इसके अलावा आने वाले 21 और 22 नवंबर को समूह-20(जी 20) की वर्चुअल बैठक में भी आमना-सामना होना है। यह भी वर्चुअल बैठक रहेगी।
क्या होगी भारत-चीन तनाव पर चर्चा:
देखा जाए तो आज के ब्रिक्स देशों का वर्चुअल शिखर सम्मेलन में PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति आमने सामने होंगे। लेकिन यह भी तय है कि इन दोनों के बीच पूर्वी लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी सैन्य तनाव को लेकर शायद ही कोई बातचीत हो।
क्या होगा इस बार ब्रिक्स बैठक का मुद्दा:
आज होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में बताया जा रहा है कि आतंकवाद, व्यापार, स्वास्थ्य, ऊर्जा के साथ ही कोरोना संक्रमण के चलते हुए नुकसान की भरपाई के उपायों जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। चीनी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री मोदी के अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस बैठक में शिरकत करेंगे।
गौरतलब है कि इस बार का ब्रिक्स सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब इसके दो प्रमुख सदस्य देशों भारत और चीन के मध्य पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पर पिछले 6 महीने से हिंसक झड़प के बाद अब भी तनाव और गतिरोध जारी है। हालाँकि यह दोनों ही देश फिलहाल ऊंचाई वाले इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाने के प्रस्ताव पर जोर दे रहे हैं। लेकिन यह भी प्रासंगिक है कि सीमा से सैनिकों की वापसी मुद्दे पर भारत और चीन के बीच बातचीत की रफ्तार फिलहाल तो ढीली पड़ गई है।