टैक्स में राहत की उम्मीद रखने वालों को हाथ लगी मायूसी, टैक्स सलैब में कोई बदलाव नहीं

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कोरोना वायरस की महामारी के बाद आज (1 फरवरी) सुबह 11 बजे लोकसभा में वर्ष 2021-22 का केंद्रीय बजट पेश किया। लॉकडाउन के बाद से केंद्र सरकार की इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें थी

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    दिल्ली:- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कोरोना वायरस की महामारी के बाद आज (1 फरवरी) सुबह 11 बजे लोकसभा में वर्ष 2021-22 का केंद्रीय बजट पेश किया। लॉकडाउन के बाद से केंद्र सरकार की इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें थी। वैसे तो सरकार ने सभी ख्याल रखा। लेकिन इस दौरान कुछ लोगों को मायूसी भी हाथ लगी है। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गये बजट से सैलेरीड क्लास (Salaried Class) को मायूसी हाथ लगी है। इस बजट में न तो अतिरिक्त टैक्स छूट (Income Tax Rebate) की घोषणा की गई और न ही टैक्स स्लैब (Tax Slab) में बदलाव किया गया है।

    लेकिन इस दौरान वरिष्ठ नागरिकों (Senior citizen) को राहत देने की कोशिश सरकार की तरफ से की गई है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान कर कहा है कि 75 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों का टैक्स कम किया गया है। उन्हें आयकर रिटर्न दाखिल करने में छूट दी जाएगी। बता दें कि इससे पहले जुलाई में सरकार ने जो बजट पेश किया था उसमें पांच लाख की आय वालों को टैक्स में बेनिफिट दिया गया था.

    गौरतलब हो कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते कहा कि 2020-21 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 9.5 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.8 फीसदी होने का अनुमान है। केंद्र सरकार का लक्ष्य है की 2025-26 तक राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.5 फीसदी तक लाया जाए।