mamta

  • अभिषेक की पत्नी से कोल स्मगलिंग केस में हो रही पूछताछ.

Loading

कोलकाता. अभी आ रही खबर के अनुसार केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ( Mamta Baneerje ) के भतीजे अभिषेक बनर्जी (Abhishek Bannerjee) को आज समन जारी किया है। यही नहीं सीबीआई की एक टीम आज यानि रविवार को कोल स्मगलिंग मामले में पूछताछ लिए समन लेकर कोलकाता में स्थित अभिषेक बनर्जी के आवास पर पहुंची। 

गौरतलब है कि ऐसा पहली बार है जब CBI ने कोयला तस्करी मामले में पूछताछ करने के लिए TMC सांसद और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को समन जारी किया है। CBI के इस नोटिस के मुताबिक अभिषेक बनर्जी से 24 घंटे के अंदर ही पूछताछ की जानी है। जिसके माने यह हुए कि उन्हें अगले 24 घंटो में CBI के सामने हाजिर होना होगा।

खबर यह भी आ रही है कि CBI ने अभिषेक बनर्जी की पत्नी रूजीरा बनर्जी को कोयला घोटाले की जांच के सिलसिले में नोटिस दिया था। फिलहाल इसी कोल स्मगलिंग मामले में जांच अधिकारी की अगुवाई में तीन अफसरों की टीम उनसे पूछताछ कर रही है। वहीं सीबीआई की एक अलग टीम आज रविवार को कोल स्मगलिंग मामले में पूछताछ लिए समन लेकर कोलकाता में अभिषेक बनर्जी के आवास पर पहुंची है।

नोटिस पर क्या है बोली बीजेपी के बोल:

इधर इस मुद्दे पर बीजेपी (BJP) के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने अभिषेक बनर्जी को सीबीआई के समन भेजे जाने को लेकर अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। हालाँकि उन्होंने इतना जरुर कहा कि अभिषेक बनर्जी और विनय मिश्रा के संबंध बहुत पहले से रहे हैं। दोनों लोग साथ में पहले विदेश भी घुमते रहे हैं। अब ये तो होना ही है। CBI द्वारा नोटिस की टाइमिंग के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि CBI तो खुद एक स्वतंत्र और निष्पक्ष  एजेंसी है। उसकी पूछताछ और जांच के बारे में हम भी कुछ नहीं बोल सकते हैं। अब जब तक कोई साक्ष्य नहीं होंगे तो CBI कैसे पूछताछ करेगी। इसके माने यह हुए कि CBI के पास  ज़रूर से पुख्ता सबूत हैं इसलिए तो वह जांच कर रही है।

पहले भी हुई है छापेमारी:

विदित हो कि CBI ने इसके पहले भी अभिषेक बनर्जी के कई करीबियों के खिलाफ छापेमारी कर चुकी है या कर रही है। इसके पहले बीते 31 दिसंबर 2020 को कोलकाता में तृणमूल यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी विनय मिश्रा के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी। यह कथित रेड, मवेशी तस्करी घोटाले को लेकर हुई  थी। वैसे भी विनय मिश्रा को अभिषेक बनर्जी का करीबी माना जाता है। बता दें कि CBI की टीम 31 दिसबंर को कोलकाता में विनय मिश्रा के ठिकानों पर पहुंची, और दो ठिकानों पर मवेशी घोटाले और एक जगह पर कोयला चोरी के मामले में छापेमारी की गई।

गौरतलब है कि CBI ने कोयला तस्करी के मामले में बीते वर्ष की 28 नवंबर 2020 को भी तीन अलग राज्यों में 40 से ज्यादा स्थानों पर रेड मारी थी, इसमें पश्चिम बंगाल भी एक था। CBI ने उस दौरान जिन स्थानों पर भी छापेमारी की उनमें अनूप मांझी का परिसर भी शामिल था, जो इस मामले के संबंध में पहले ही एजेंसी की जांच के दायरे में हैं। वहीं पश्चिम बंगाल में कोलकाता के अलावा, आसनसोल, दुर्गापुर और रानीगंज, बर्दवान और 24 परगना में भी सघन तलाशी ली गई थी।

विदित हो कि अनूप माझी उर्फ लाला पर पश्चिम बंगाल और झारखंड की सीमा पर कोयले की तस्करी में कथित रूप से शामिल होने के आरोप हैं। माझी पर यह भी आरोप लगे हैं कि उसके पश्चिम बंगाल की ममता सरकार से मजबूत राजनीतिक संबंध हैं और उनकी संपत्ति भी करोड़ों में है।

सीबीआई ने मामले में शुक्रवार को नए सिरे से एक और दौर के तलाशी अभियान को अंजाम दिया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने गत नवंबर में चोरी रैकेट के सरगना मांझी उर्फ लाला, ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (ईसीएल) के महाप्रबंधकों-अमित कुमार धर (तत्कालीन कुनुस्तोरिया क्षेत्र और अब पांडवेश्वर क्षेत्र) तथा जयेश चंद्र राय (काजोर क्षेत्र) , ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, क्षेत्र सुरक्षा निरीक्षक, कुनुस्तोरिया, धनंजय राय और एसएसआई एवं काजोर क्षेत्र के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

आरोप है कि मांझी उर्फ लाला कुनुस्तोरिया और काजोरा क्षेत्रों में ईसीएल की पट्टे पर दी गईं खदानों से कोयले के अवैध खनन और चोरी में लिप्त है। पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में चुनाव होना है, जहां भाजपा ने तृणमूल कांग्रेस को अपदस्थ करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी का तृणमूल कांग्रेस में खासा प्रभाव है।