नई दिल्ली: केंद्रीय रसायन और खाद मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि, ब्लैक फंगस से निपटने के लिए दवाइयों की कमी नहीं होगी। केंद्र सरकार इस महामारी से लड़ने लिए कई बड़े कदम उठा रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “सरकार ने ब्लैक फंगस की दवा का उत्पादन क्षमता तीन लाख से बढ़कर सात लाख कर दिया है। इसी के साथ सात लाख शीशियों का आयत भी करने का फैसला लिया है। जो 31 मई तक भारत आ जाएगी।”
उन्होंने कहा, “जून में, लगभग 15-16 लाख (एम्फोटेरिसिन-बी) शीशियों की उम्मीद है; भारत में 8 लाख शीशियों का उत्पादन होगा, जबकि आयात से हम 7 लाख शीशियों की उम्मीद कर रहे हैं। काले फंगस शीशियों की आवश्यकता होगी पूरी।”
In June, nearly 15-16 lakh (amphotericin B) vials are expected; 8 lakh vials to be produced in India, while from import, we are expecting 7 lakh vials. Requirement for black fungus vials will be fulfilled: Mansukh Mandaviya, Union Minister of State for Chemical & Fertilizers pic.twitter.com/IRhRThGeKb
— ANI (@ANI) May 25, 2021
पांच और कंपनियों को मिली इजाजत
- एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स
- नाटको फार्मा
- गुफिक बायो साइंसेस लि.
- एलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स
- लायका फार्मास्यूटिकल्स
ये कंपनियां पहले से ही बना रहीं एम्फोटेरिसिन-बी
- मायलन
- भारत सीरम्स
- बीडीआर फार्मा
- सन फार्मा
- सिप्ला
- लाइफ केयर