Amit Shah
File Photo

    Loading

    जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ (Chhattisgarh Maoist Attack: ) में 22 जवानों के मारे जाने की घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कहा है कि सुरक्षा बलों के जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई तीव्रता से जारी रहेगी तथा उसे अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। शाह ने सोमवार को बस्तर जिले के मुख्यालय जगदलपुर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि उन्होंने छत्तीसगढ़ में मारे गए जवानों को देश, भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि जवानों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा, देश इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर ले जाने के लिए जवानों के बलिदान को हमेशा याद रखेगा।      

    शाह ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है तथा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने लड़ाई को दो कदम और आगे बढ़ा दिया है।” केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री और सुरक्षा बलों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान अधिकारियों ने खुद सुझाव दिया है कि इस लड़ाई की तीव्रता में कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि हमारे जवानों का मनोबल बरकरार है और ऊंचा है। शाह ने कहा, “मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस लड़ाई को रोका नहीं जाएगा, बल्कि इसे और अधिक तीव्रता के साथ जारी रख अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। इस लड़ाई में हमारी जीत सुनिश्चित है।”   

    शाह ने कहा कि विगत पांच-छह वर्षों में छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के भीतर सुरक्षा बलों के शिविरों ले जाने में हमें बड़ी मात्रा में सफलता मिली है। “छत्तीसगढ़ शासन और भारत सरकार ने मिलकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रवेश करने की गति को बढ़ाया है। इससे नक्सली बौखला गए हैं। उनकी हताशा के कारण इस प्रकार की घटनाएं सामने आती है।”   

    केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि क्षेत्र में विकास के मोर्चे पर ढेर सारे काम हुए हैं, हालांकि कोरोना के कारण विगत एक वर्ष में गति मंद हुई है। उन्होंने कहा, “लेकिन मै मानता हूं कि आदिवासी जनप्रतिनिधियों, मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ के सांसदों की ओर से जितने भी सुझाव मिले हैं उन सभी पर कार्यवाही हो रही है।”उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में विकास के काम को तेज करने और नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को तीव्रता के साथ आगे बढ़ाने तथा उसे दोनों मोर्चों पर अंजाम तक ले जाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही है।       

    अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी लड़ाई को तार्किक अंजाम तक ले जाने के लिए भारत सरकार की प्राथमिकता पहले से ही तय की है। शाह ने कहा कि वह आज छत्तीसगढ़ और भारत की जनता को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि यह जो घटना हुई है इसके बाद इस लड़ाई को और तीव्र किया जाएगा और उसे हम निश्चित रूप से विजय में परिवर्तित करेंगे। इससे पहले शाह ने जगदलपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों के साथ बैठक की तथा राज्य में वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा की।      

    केंद्रीय गृह मंत्री शाह आज सुबह सीमा सुरक्षा बल के विशेष विमान से बस्तर जिले के जगदलपुर विमानतल पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा केंद्रीय और राज्य के बल के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। शाह और बघेल विमानतल से पुलिस लाइन पहुंचे जहां उन्होंने मारे गए जवानों को श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में शाह का बस्तर क्षेत्र का यह पहला दौरा है।      

    बस्तर क्षेत्र के अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री हेलीकॉप्टर से बीजापुर जिले के बासागुड़ा में स्थित सीआरपीएफ के शिविर भी जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि शाह बस्तर क्षेत्र का दौरा करने के बाद राजधानी रायपुर पहुंचेंगे तथा यहां घायल जवानों से मिलेंगे। बाद में वह दिल्ली के लिए रवाना होंगे।     

    छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर शनिवार को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बल के 22 जवान मारे गए थे तथा 31 अन्य जवान घायल हुए हैं। मृतकों में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के सात जवान, सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन का एक जवान, डीआरजी के आठ जवान और एसटीएफ के छह जवान शामिल हैं। वहीं एक जवान अब भी लापता है। लापता जवान की तलाश की जा रही है। (एजेंसी)