Dharmendra Pradhan
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    मुंबई: कांग्रेस (Congress) की महाराष्ट्र (Maharashtra) इकाई ने अरब सागर ( Arabian Sea) में डूबे पोत पर मौजूद 37 कर्मियों की मौत को लेकर पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान (Petroleum Minister Dharmendra Pradhan) का नैतिक आधार पर इस्तीफा मांगा और इस घटना को ‘मानवजनित त्रासदी’ करार दिया। नौसेना ने बृहस्पतिवार की सुबह फिर हवाई तलाशी एवं बचाव मिशन शुरू किया और मुंबई तट से सटे समुद्री क्षेत्र ( Maritime Zone Adjacent to Mumbai Coast) में खोज के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किये। इसी स्थान पर सोमवार को ‘पी305′ चक्रवात (Cyclone)ताउते के चलते गहरे समुद्र में चला गया और डूब गया था। इस पोत पर सवार 37 लोगों की मौत हो गयी जबकि 38 अब भी लापता हैं।

    नौसेना के कर्मियों ने प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद ‘पी305′ पर मौजूद 261 लोगों में से 186 और खींचने वाली नौका वाराप्रदा के दो कर्मियों को बचा लिया है । बंबई के पास समुद्र में हीरा ऑयल फील्ड में मौजूद पोत ‘पी305′ ताउते चक्रवात के कहर के दौरान अपनी जगह से काफी दूर चला गया। यह ऑयल फील्ड मुंबई के दक्षिण पश्चिम में करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सचिव सावंत ने ट्वीट किया, ‘‘ ओएनजीसी के पी305 के डूबने से 37 कर्मियों की मौत की खबर स्तब्धकारी है। अब भी 38 से अधिक लोग लापता हैं। यह स्पष्ट रूप से मानवजनित त्रासदी है क्योंकि काफी पहले ताउते चक्रवात की चेतावनी दी गयी थी।

    धमेंद्र प्रधान को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।” उन्होंने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जिन्होंने पी305 पर सवार कर्मियों की जिंदगी खतरे में डाली। सावंत ने लिखा, ‘‘ कोरोना महामारी के प्रबंधन में मोदी सरकार की लापरवाही से पहले ही लाखों मौतें हो चुकी है और अब भी वह वही रूख दिखा रही है। मोदी सरकार अपनी इतनी बड़ी गलतियों से कब सबक लेगी ?”