बंगलुरु: आगामी 19 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में भाजपा को रोकने के लिए कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष एच. डी. देवगौड़ा को समर्थन देने पर विचार कर रही हैं. दरअसल राज्य की चार राज्यसभा सीटों पर चुनाव होने वाला है. जिसमें दो सीट भाजपा और एक सीट कांग्रेस का जीतना तय है. लेकिन चौथी सीट पर दोनों दलों के पास बहुमत नहीं होने के कारण, भाजपा के जीतने की ज्यादा संभावना हैं. जिसे असफल करने ने लिए कांग्रेस यह निर्णय लिया हैं.
देवगौड़ा के नाम पर समर्थन
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों का कहना हैं कि भाजपा को एक अतिरिक्त सीट जितने से रोकने के लिए पार्टी जेडीएस को समर्थन देने के लिए तैयार हैं. दोनों पार्टीयों के वोट मिलाकर आसानी से चौथी सीट जीत सकते हैं. जिससे राज्यसभा में विपक्ष की संख्या बढ़ जाएगी. लेकिन इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा या उनके विश्वस्त नेता को उम्मीदवार बनाया जाए. हालांकि अभी तक जेडीएस के नेताओं ने इस विषय को लेकर कांग्रेस से कोई संपर्क नहीं किया हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे जायेंगे राज्यसभा
कांग्रेस ने एक सीट पर, लोकसभा में पार्टी के नेता रहे मल्लिकार्जुन खड़गे को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया हैं. जिसके लिए शुक्रवार को उनके नाम की घोषणा भी हो गई है. विधानसभा में कांग्रेस के पास इतनी संख्या बल है की वह एक सीट आसानी से जीत सकती हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में खड़गे को हार का मुँह देखना पड़ा था.
यह है वोटों का गणित
224 सदसीय कर्नाटक विधानसभा की वर्तमान ताकत 222 है, जिसमें भाजपा के पास (अध्यक्ष सहित) 117 सीटें हैं। कांग्रेस और जद (एस) क्रमशः 68 और 34 सीटें हैं। बसपा के पास एक सीट है और दो निर्दलीय उम्मीदवार हैं। राज्यसभा हेतू एक उम्मीदवार को अपनी सीट सुरक्षित करने के लिए विधानसभा से 44 वोट चाहिए। मौजूदा ताकत के साथ, मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव के बाद कांग्रेस के पास 24 अतिरिक्त वोट हैं. जेडी(एस) को एक सीट जीतने के लिए 10 और वोट चाहिए।