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बेंगलुरु. कांग्रेस (Congress) की कर्नाटक (Karnatka) इकाई ने सोमवार को कहा कि वह आठ दिसंबर को विभिन्न किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘भारत बंद’ (Bharat Bandh) से पहले किसानों व मजदूरों के समर्थन में विवादास्पद कृषि व श्रम कानूनों के खिलाफ पत्र अभियान शुरू करेगी।

क्या कहा डी.के शिवकुमार ने: 

कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसानों और श्रमिकों के हस्ताक्षर वाले ये पत्र राष्ट्रपति को भेजे जाएंगे और उनसे विवादास्पद कानूनों को मंजूरी नहीं देने का अनुरोध किया जाएगा। उनके मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को पत्र पर किसानों व श्रमिकों के हस्ताक्षर लेकर उनकी राय जानने का निर्देश दिया है। शिवकुमार ने कहा, “हमारी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर हम किसानों और श्रमिकों को 8.8 लाख पत्र मुहैया कराने जा रहे हैं जो उन पर हस्ताक्षर के बाद उसे राष्ट्रपति को भेजेंगे।”

उन्होंने कहा कि राज्य स्तर, जिला स्तर और गांव स्तर पर पार्टी का तंत्र पत्र वितरित करने और फिर उन पर लोगों के हस्ताक्षर लेकर उन्हें राष्ट्रपति तक भेजने की प्रक्रिया पर काम करेगा। विधानसभा के चालू सत्र में भाजपा के गोवध निरोधी विधेयक को पेश करने की इच्छा से जुड़े एक सवाल पर शिवकुमार ने कहा प्रदेश में पहले से ही एक गोवध निरोधी कानून मौजूद है।

उन्होंने कहा, “भाजपा और उसके मंत्री इसे राजनीतिक और सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। उन्हें यह जानना चाहिए कि इस देश में कौन गोमांस का निर्यात कर रहा है। वे देश के किस हिस्से में हैं और कौन हैं? उन्हें उनकी (गोमांस निर्यातकों की) पृष्ठभूमि जाननी चाहिए।” कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक गोवध निरोधी विधेयक किसानों के खिलाफ है।