Coronavirus
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    नई दिल्ली: भारत में कोरोना (Coronavirus Pandemic) का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कोविड-19 (COVID-19) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) सहित कुछ राज्यों में कोहराम मचाया हुआ है। पिछले 24 घंटे के भीतर महाराष्ट्र में नए 23 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आने के बाद सरकार की चिंता बढ़ गई है। महाराष्ट्र के अलावा पंजाब (Punjab) में भी कोरोना ने कहर बरपाना शुरू किया है। दरअसल पंजाब देश का एकलौता प्रदेश है जहां फर्स्ट वेव के मुकाबले दुसरे में अधिक मौतें हुई हैं। दूसरी तरफ महाराष्ट्र में मामले अधिक सामने आ रहे हैं लेकिन मरने वालों का आंकड़ा कम होता जा रहा है। 

    ज्ञात हो कि पिछले दो दिनों की अगर बात करें तो महाराष्ट्र के बाद पंजाब में सबसे अधिक मौतें हुई हैं। जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में मंगलवार को 38 तो बुधवार को 35 लोगों की जान गई है। जबकि पंजाब में मरने वालों का रेट बहुत अधिक है। पिछले वर्ष के अंत तक सूबे में 1.66 हजार कोरोना के केस सामने आए थे। साथ ही 5,341 लोगों की मौत हुई थी। इस हिसाब से मरने वालों की दर 3.21 प्रतिशत थी। 

    वहीं पंजाब में फरवरी महीने में 8 हजार 706 कोरोना के मामले सामने आए थे। जबकि यही संख्या मार्च महीने में रोजाना एक हजार मामलों तक पहुंच गई है। यानि सूबे में हर दिन एक हजार कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। राज्य में 15 फरवरी से 15 मार्च के दरम्यान 392 लोगों की जान गई है। जिसके कारण सूबे में मृत्य दर साढ़े 4 फीसदी के नजदीक पहुंच गई है। पिछले एक सप्ताह की बात करें तो यहां 194 लोगों की मौत हुई है। 

    उल्लेखनीय है कि पंजाब में मृत्य रेट में इजाफा होने के पीछे नोडल अधिकारी का अलग ही तर्क है. उनका कहना है कि राज्य में मरने वालों की मृत्य दर में इजाफा इसलिए हो रहा है क्योंकि आबादी का बड़ा हिस्सा मधुमेह, उच्च रक्तचाप या फिर मोटापे सहित कई बीमारियों से पीड़ित थे।