लोगों को कब और कैसे मिलेगी कोरोना वैक्‍सीन? जानें सरकार का डिटेल्ड प्‍लान

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नई दिल्ली. भारत को जल्द ही कोरोना वायरस की वैक्सीन (Corona vaccine)मिलने वाली है। वैक्सीनेशन की मंजूरी मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। राज्‍यों के लिए केंद्र सरकार ने सोमवार को कोविड-19 टीकाकरण से जुड़ी गाइडलाइंस (Corona vaccine guidelines) जारी की हैं। माना जा रहा है कि, सरकार पहले चरण में करीब 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने की तैयारी में है। जिनमें हेल्‍थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 साल से अधिक उम्र के लोग और को-मॉर्बिडिटीज वाले 50 साल से कम उम्र वाले लोगों को शामिल किया जाएगा। रिपोर्ट्स के अनुसार वैक्‍सीन लगने के बाद 30 मिनट तक लोगों को निगरानी में रखा जाएगा। तो चलिए जानते हैं केंद्र सरकार के प्लान के बारे में…

वैक्‍सीन का पहला हक़दार कौन ?

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट्स के अनुसार पहले चरण में 30 करोड़ लोगों को टीका लगेगा। जिसमें एक करोड़ हेल्‍थवर्कर्स, 2 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 साल से ज्‍यादा उम्र वाले 26 करोड़ लोग और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र वाले लोग (1 करोड़) शामिल होंगे। अस्‍पताल या क्लिनिक में ही हेल्‍थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। बाकि लोगों के लिए अलग से इंतेजाम किए जाएंगे, साथ ही मोबाइल साइट्स भी ऑपरेट किए जाएंगे।  

वैक्‍सीन पाने वालों की ऐसे होगी पहचान

मतदाता सूची के अनुसार लोगों को पहले चरण की कोरोना वैक्‍सीन दी जाएगी। इसमें 50 साल से ज्‍यादा उम्र वाले लोगों को शामिल किया जायेगा जिससे उनकी पहचान आसानी से की जा सकेगी। नैशनल फैमिली हेल्‍थ सर्वे या फिर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय से गंभीर बीमारियों वाले लोगों का डेटा प्राप्त किया जा सकेगा। वैक्सीनेशन के लिए पोलिंग बूथों, कॉलेजों और कम्‍युनिटी हॉल्‍स को उपयोग में लाया जाएगा। साथ ही नगर निगम भवनों, पंचायत बिल्डिंग, कैंट हॉस्पिटल, रेलवे अस्‍पतालों, पैरामिलिट्री फोर्सेज के कैंपों का इतेमाल टीकाकरण बूथ के लिए किया जाएगा।

यूपी और केरल को कोरोना वैक्‍सीन की सबसे ज्‍यादा डोज क्यों?

कोविड वैक्‍सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-WIN) सिस्‍टम बनाया गया है। जिससे डिजिटल प्‍लेटफॉर्म पर वैक्‍सीन के स्‍टॉक और डिस्‍ट्रीब्‍यूशन की रियल-टाइम की अपडेट्स मिलती रहेगी। यहां तक की लोगों के रजिस्‍टर की जानकारी से लेकर वैक्‍सीन कब दी जानी है, या टीका लगा या नहीं, इन सब का डाटा आसानी से  उपलब्ध किया जा सकेगा। बता दें कि, वैक्‍सीन के लिए लोगों को पहले से रजिस्‍टर करना होगा, समय पर तुरंत रजिस्‍टर नहीं किया जा सकेगा। Co-WIN वेबसाइट पर रजिस्‍टर करने के लिए  सरकार ने 12 तरह के पहचान-पत्रों को मान्‍यता दी है। जिसमें वोटर आईडी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन डॉक्‍युमेंट जैसे डॉक्युमेंट्स शामिल है।

वैक्‍सीन देने के लिए होगी 5 लोगों की टीम 

जारी गाइडलाइंस के अनुसार एक साइट पर दिनभर में केवल 100 लोगों को टीका दिया जा सकेगा। लॉजिस्टिक्‍स की सुविधा अच्‍छी होने पर इसकी संख्या  200 तक  की जा सकती है। किसी भी स्थिति में एक जगह पर 200 से ज्‍यादा लोगों को टीका नहीं दिया जाएगा। वैक्‍सीन देने वाली टीम में एक वैक्‍सीन ऑफिसर और चार वैक्‍सीनेशन ऑफिसर्स होंगे। कोविड वैक्‍सीन दी जाने वाली जगह पर तीन कमरों का होना जरुरी है। जिसमें एक वेटिंग रूम, वैक्सीनेशन रूम और तीसरा ऑब्‍जर्वेशन रूम होना जरुरी है। तीनों जगह पर सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करना होगा। महिला को वैक्‍सीन देते समय वैक्‍सीनेशन रूम में एक महिला स्‍टाफ मेंबर की मौजूदगी अनिवार्य होगी।

वैक्‍सीन की सेफ्टी के लिए ये हैं इंतजाम

देश में बड़े तौर पर वैक्‍सीनेशन की प्रकिया शुरू होने वाली है। गाईडलाइन में राज्‍यों को एक जिले में एक मैनुफैक्‍चरर की वैक्‍सीन ही सप्‍लाई करने को कहा गया है ताकि अलग-अलग वैक्‍सीन मिक्‍स होने से बचा जा सके। वैक्‍सीन कैरियर, वायल्‍स और आइस पैक्‍स को सूरज की सीधी रोशनी से बचाने के सभी इंतजाम किए जाएंगी। जब तक कोई टीका लगवाने नहीं आता, तब तक वैक्सीन और डाइलुएंट्स को वैक्‍सीन कैरियर के भीतर लिड बंद करके रखा जाएगा।