कोरोना से स्वस्थ होने की दर बढ़कर 70.77 प्रतिशत हुयी, एक दिन में रिकार्ड 8.3 लाख जांच : सरकार

Loading

नयी दिल्ली: कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर बृहस्पतिवार को बढ़कर 70.77 प्रतिशत हो गयी वहीं अब तक बीमारी से उबर चुके लोगों की संख्या 17 लाख के पास पहुंच गयी। इस बीच बीमारी की मृत्यु दर में कमी आयी है और यह घटकर 1.96 प्रतिशत रह गयी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इस बीच बृहस्पतिवार को पिछले 24 घंटे में 56,383 मरीज स्वस्थ हुए। यह किसी एक दिन में स्वस्थ होने वाले लोगों की सर्वाधिक संख्या है। इसके साथ ही स्वस्थ हो चुके मरीजों की संख्या बढ़कर 16,95,982 हो गयी। इसके अलावा, देश में बुधवार को 8,30,391 नमूनों की जांच की गयी जो किसी एक दिन में हुयी जांच की सर्वाधिक संख्या है। अब तक कुल 2,68,45,688 नमूनों की जांच की गयी।

मंत्रालय ने कहा कि “जांच, निगरानी एवं इलाज” रणनीति का पालन करते हुए भारत प्रति दिन 10 लाख नमूनों की जांच करने की क्षमता तक पहुंचने के लिए तैयार है। मंत्रालय ने कहा कि रिेकार्ड संख्या में मरीजों के ठीक होने से संक्रमित लोगों की मौजूदा संख्या में गिरावट आयी है। अभी कुल मामलों के 27.27 प्रतिशत लोग ही संक्रमित हैं। कोरोना वायरस से ठीक हो चुके लोगों की संख्या संक्रमितों की मौजूदा संख्या से 10 लाख से अधिक हो गयी है।

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकडों के अनुसार, अभी 6,53,622 मरीज उपचाराधीन हैं। मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण मुक्त होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि से देश में स्वस्थ होने की दर 70.77 प्रतिशत हो गयी है। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण का पता लगाने के लिए की जा रही जांच की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुयी है। जुलाई के पहले सप्ताह में औसतन प्रति दिन करीब 2.3 लाख नमूनों की जांच की गयी जो मौजूदा सप्ताह में 6.3 लाख से अधिक है।

आंकड़ों के अनुसार, देश में 12 अगस्त तक कुल 2,68,45,688 नमूनों की जांच की गयी। बुधवार को 8,30,391 नमूनों की जांच की गयी जो किसी एक दिन में हुयी जांच की सर्वाधिक संख्या है। मंत्रालय ने कहा कि जांच प्रयोगशालाओं के निरंतर विस्तार से यह उपलब्धि हासिल हो सकी है। जनवरी में केवल एक प्रयोगशाला थी जो अब बढ़कर 1,433 हो गयी है। इनमें सरकारी क्षेत्र में 947 तथा निजी क्षेत्र में 486 प्रयोगशालाएं हैं।

बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 66,999 मामले सामने आए और इसी के साथ संक्रमण के मामले बढ़कर 23,96,637 हो गए। संक्रमण से 942 लोगों की मौत हो गयी जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 47,033 हो गयी।