Coronavirus Delhi

Loading

नयी दिल्ली. भारत में करीब एक महीने के अंदर कोरोना वायरस संक्रमण के 10 लाख मामले सामने आने के साथ देश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या शनिवार को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गई, हालांकि वायरस का प्रसार धीमा हुआ है। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को इस बात पर जोर दिया कि संपूर्ण लक्षित आबादी को कवर करने के लिए त्वरित कोविड-19 टीकाकरण अभियान की आवश्यकता है।

एक अनुमान के अनुसार ऐसी आबादी करीब 30 करोड़ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, वायरस से अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर एक करोड़ चार हजार 599 हो गई है जबकि संक्रमण से उबर चुके मरीजों की कुल संख्या भी बढ़कर लगभग 95.50 लाख हो गई है।

अमेरिका स्थित जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय (जेएचयू) के अनुसार कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके मरीजों की संख्या के मामले में भारत पहले पायदान पर है। दूसरे स्थान पर ब्राजील है। जेएचयू के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका के बाद कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित देश भारत है। मृतक संख्या के मामले में अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत तीसरे स्थान पर है। मंत्रालय के आंकड़ों से यह प्रदर्शित होता है कि 24 घंटे की अवधि के दौरान संक्रमण के 25,152 नए मामले सामने आए।

चौबीस घंटे के दौरान 347 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 1,45,136 हो गई है। कोविड-19 मृत्युदर में और गिरावट आने के बाद यह 1.45 प्रतिशत रह गई है। आंकड़ों के अनुसार देश में उपचाराधीन रोगियों की संख्या फिलहाल 3,08,751 है, जो कुल संक्रमितों का 3.08 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 का पहला मामला 323 दिन पहले 30 जनवरी को केरल में सामने आया था, जबकि 10 मार्च को कर्नाटक में संक्रमण से पहली मौत हुई थी। मंत्रालय ने कहा कि सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख थी, जो 23 अगस्त को बढ़कर 30 लाख और पांच सितंबर को 40 से अधिक लाख हो गई।

आंकड़ों के अनुसार, 16 सितंबर को संक्रमितों की संख्या 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख से अधिक हो गई। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) में महामारी विज्ञान एवं संचारी रोग विभाग की प्रमुख डॉक्टर समीरन पांडा से जब पूछा गया कि क्या भारत में इस महामारी का सबसे बुरा दौर गुजर चुका है तो उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में महामारी से संबंधित आंकड़ों में कमी देखी जा रही है और अन्य राज्यों में ये अस्थिर हैं।

पांडा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “अधिकतर राज्यों ने प्रभावी ढंग से इस पर काबू पाया है जबकि कुछ को सतर्कता बरतने की जरूरत है। राज्यों के हालात एक-दूसरे से अलग हैं।” वहीं, क्लिनिकल वैज्ञानिक गगनदीप कांग से जब पूछा गया कि क्या कोविड-19 का दूसरा दौर बदतर हो सकता है तो उन्होंने कहा कि संक्रमण उस तरह नहीं फैलेगा जैसा पहले दौर में देखने को मिला था। साथ ही इस दौर की चरम अवस्था भी वैसी नहीं होगी।

आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक कोविड-19 से सवार्धिक प्रभावित राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में महाराष्ट्र (18,88,767 मामले), कर्नाटक (9,07,123), आंध्र प्रदेश (8,77,806), तमिलनाडु (8,04,650), केरल (6 93,865), दिल्ली (6,14,775) और उत्तर प्रदेश 5,72,196) है। आंकड़ों के मुताबिक देश में इस महामारी से अब कुल 1,45,136 लोगों की मौत हुई है। इनमें महाराष्ट्र में 48,574, कर्नाटक (11,989), तमिलनाडु (11,954), दिल्ली (10,219 ), पश्चिम बंगाल (9,277), उत्तर प्रदेश (8,154), आंध्र प्रदेश (7,070), पंजाब (5,170), गुजरात में 4,220 संक्रमितों की मौत हुई है।

आंकड़ों के मुताबिक नए मामलों में 73.58 प्रतिशत सिर्फ 10 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों से हैं। पिछले 24 घंटे में केरल में 5,456 मामले, बंगाल में 2,239 और महाराष्ट्र में 1,960 मामले सामने आए। केरल की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा के मुताबिक राज्य में कोविड के मामले शनिवार को सात लाख के आंकड़े को पार कर गए। मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 75 मरीजों की मौत महाराष्ट्र में हुई। वहीं, बंगाल में 42 मौतें दर्ज की गईं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,133 नए मामले सामने आए हैं और संक्रमण दर 1.5 प्रतिशत से कम रह गई है। इसके साथ ही शहर में महामारी का तीसरा दौर फिलहाल काबू में है। केजरीवाल ने ऑनलाइन ब्रीफिंग के दौरान कहा, “नवंबर में एक समय ऐसा था जब दिल्ली में नए मामलों की संख्या प्रतिदिन करीब 8,600 तक पहुंच गयी थी लेकिन तब भी चिंताजनक हालात नहीं थे। 7,000 बिस्तर उपलब्ध थे। हम सभी ने मिलकर लड़ाई लड़ी। आज 1,133 नए मामले सामने आए हैं। आधिकारिक रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी।”

मुख्यमंत्री ने बाद में ट्वीट किया, “दिल्ली की जनता के प्रयासों से हम कोरोना वायरस के तीसरे दौर से प्रभावी तरीके से और सफलतापूर्वक निकल गए हैं।” दिल्ली में 11 नवंबर को संक्रमण के सबसे अधिक 8,593 मामले सामने आए थे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कोविड​​-19 संबंधी उच्चस्तरीय मंत्री समूह (जीओएम) की 22 वीं बैठक की अध्यक्षता की और वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “भारत में कोविड-19 महामारी की वृद्धि दर दो प्रतिशत तक गिर गयी है और मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम 1.45 प्रतिशत है।”

हर्षवर्धन ने कहा, “भारत में मरीजों के स्वस्थ होने की दर 95.46 प्रतिशत हो गई है जबकि दस लाख नमूनों के परीक्षण की रणनीति से संचयी सकारात्मकता दर घटकर 6.25 प्रतिशत हो गयी है।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार उन्होंने कहा कि अक्टूबर और नवंबर में त्योहारों के बावजूद व्यापक परीक्षण, निगरानी और उपचार की नीति के कारण मामलों में कोई नया उछाल नहीं दिखा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे उचित कोविड व्यवहार बनाए रखें। वहीं, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, 19 दिसंबर तक कुल 16,00,90,514 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इनमें 11,71,868 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई। (एजेंसी)