Kovid-19: Delhi government started serological survey, number of infected reached 80 thousand

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नयी दिल्ली. दिल्ली में संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कोविड-19 के प्रसार के व्यापक विश्लेषण के लिये शहर के कुछ इलाकों में शनिवार को ‘‘सीरोलॉजिकल” सर्वेक्षण शुरू किया गया। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 2,948 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 80 हजार के पार पहुंच गई है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा, “सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण शनिवार से शुरू हो गया है और इसके दायरे में 20,000 लोग आएंगे। यह सर्वेक्षण घर-घर जाकर किया जा रहा है और इससे दिल्ली में कोरोना वायरस के प्रसार का पता चलेगा।”

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड-19 मरीजों के लिए बिस्तरों और जांच की संख्या बढ़ा कर, घर पर पृथक रह रहे रोगियों को ऑक्सीमीटर एवं ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स मुहैया कराकर, प्लाज्मा थेरेपी उपलब्ध करा कर और सर्वेक्षण तथा जांच के जरिए इस वैश्विक महामारी से लड़ रही है। इस बीच, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को दिल्ली में 10 हजार बिस्तरों वाले नए कोविड देखभाल केन्द्र का दौरा कर वहां किये गये इंतजाम की समीक्षा की। दक्षिणी दिल्ली में बनाए गए इस विशाल केन्द्र के दौरे के दौरान शाह के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल भी मौजूद थे। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि शाह ने अपनी यात्रा के दौरान केन्द्र में चल रही तैयारियों का जायजा लिया। छतरपुर इलाके में राधा स्वामी सत्संग व्यास के परिसर में बनाए गए इस केन्द्र में दो हिस्से होंगे। एक हिस्से में ऐसे रोगियों का इलाज किया जाएगा, जिनमें कोविड-19 के लक्षण नहीं दिखाई दिये हैं जबकि दूसरे हिस्से में कोविड स्वास्थ्य देखभाल केन्द्र होगा। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) को इस केन्द्र के प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई है और वह एक नोडल एजेंसी के तौर पर कार्य करेगी।

राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 2,948 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 80 हजार के पार पहुंच गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस महामारी के कारण 66 और लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में 22 जून के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रतिदिन मामलों की संख्या तीन हजार से कम रही है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में अब कोविड-19 के मरीजों की संख्या 80,188 हो गई है। इस महामारी के कारण मृतकों की संख्या 2,558 पहुंच गई है। बुलेटिन के अनुसार अब तक 49,301 लोग संक्रमण मुक्त हुए है, जबकि अभी 28,329 मरीजों का इलाज चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि पहले दिन करीब 600 नमूने लिए गए और जिले में आशा कर्मियों और प्रयोगशाला तकनीशियनों की 32 से ज्यादा टीमों ने काम किया। सर्वेक्षण का काम रविवार से जोड़ पकड़ लेगा। उत्तरी जिले के एक अधिकारी ने बताया कि उत्तर दिल्ली के केवल पार्क इलाके में भी सर्वेक्षण का काम शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि आज चूंकि पहला दिन था, इसलिए मुख्य जोर टीमों को इलाकों में साजो-सामान के साथ भेजने पर था। अगले दो-तीन दिनों में लोगों की प्रतिक्रिया सामने आएगी। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के काम के लिये नौ दलों को लगाया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम जिले के कुछ क्षेत्रों में भी नमूने लेने शुरु किये गये हैं, लेकिन यह काम रविवार से तेजी से शुरू होगा।

पूर्वी जिले के एक अधिकारी के मुताबिक, एनसीडीसी तकनीशियनों को नमूने लेने की प्रक्रिया के बारे में समझाएगा और उसके बाद सोमवार से उनके काम शुरू करने की उम्मीद है। इसी तरह दक्षिण-पूर्वी जिले में शनिवार को सर्वेक्षण का काम शुरू नहीं हुआ क्योंकि साजो-सामान और उपकरणों पर काम हो रहा था। उत्तर – पूर्वी जिला के एक अधिकारी ने कहा कि सर्वेक्षण सोमवार से शुरू होगा। केजरीवाल ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि दिल्ली में लॉकडाउन संबंधी प्रतिबंध हटाए जाने के बाद संक्रमण के प्रसार की जैसी आशंका थी, वह इससे तेज गति से फैल रही है और शुरुआती दिनों में संक्रमित मरीजों के लिए बिस्तरों की जरूरी उपलब्धता की कमी की वजह से मृतकों की संख्या बढ़ी। उन्होंने कहा कि 15 मई से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े और जून के पहले सप्ताह में बिस्तरों और जांच की कमी दिखने लगी। इसके बाद बिस्तरों की कमी की वजह से मरने वालों की संख्या भी बढ़नी शुरू हो गई।

उन्होंने कहा, ‘ ‘ जून के पहले हफ्ते में आते आते, दिल्ली के अंदर हमें बिस्तरों की कमी नजर आने लगी। जांच की कमी सामने आने लगी और बिस्तर की कमी होने की वजह से जब कुछ लोगों को बेड नहीं मिल पा रहा था तो मौत का आकंड़ा भी बढ़ने लगा।” उन्होंने कहा कि सरकार के पास या तो लॉकडाउन लागू करने या फिर वायरस से लड़ने का विकल्प था और सरकार ने लोगों से संपर्क करने के बाद दूसरे विकल्प को चुना। उन्होंने कहा कि सरकार ने होटलों को अस्पतालों से जोड़ने और इन होटलों में 3,500 बिस्तरों की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। राधा स्वामी सत्संग परिसर में भी 2,000 बिस्तरों की व्यवस्था हो चुकी है। जल्द से जल्द 10 हजार बिस्तरों की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के बुरारी अस्पताल में भी 450 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 प्रबंधन प्रयासों को बढ़ाने के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने दिल्ली के 12 प्रयोगशलाओं में 4.7 लाख आरटी-पीसीआर जांच करने के लिए जरूरी सामग्री भेजे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 मरीजों के लिए एक हजार बिस्तरों वाले एक अस्पताल का धौला कुआं के निकट एक क्षेत्र से अगले सप्ताह से संचालन शुरू हो जायेगा।