नई दिल्ली: भारत में कोरोना (Coronavirus Pandemic) का प्रकोप पूरी तरह से कम नहीं हुआ है। हालांकि कोविड (COVID-19) से पीड़ित मरीजों की संख्या में कमी जरूर आई है। देश में वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) का काम पिछले पांच महीने से अधिक समय से चल रहा है। अब तक भारत में 20 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हालांकि वैक्सीन की किल्लत की खबरें समय-समय पर सामने आती रहती हैं। महाराष्ट्र, दिल्ली सहित कई राज्यों ने कई बार वैक्सीन की कमी का मसला उठाया हुआ है। देश में वैक्सीन की कमी न हो इसे लेकर अब केंद्र की मोदी सरकार एक्शन मोड़ में आ गई है।
ज्ञात हो कि भारत में 18 साल से अधिक लोगों को जब से वैक्सीन लगाने की इजाजत केंद्र ने दी है तब से किल्लत कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है। दिल्ली, पंजाब सहित कई राज्यों ने वैक्सीन की कमी न हो इसे लेकर ग्लोबल टेंडर जारी किये थे। लेकिन कंपनियों ने इसे खारिज करते हुए कहा कि वह सिर्फ मोदी सरकार से डील कर सकती है। इन सब के बीच अब खबर है कि मोदी सरकार वैक्सीन को आयात करने जा रही है।
गौर हो कि देश में वैक्सीनेशन में तेजी लाने के उद्देश्य और कमी को दूर करने के मद्देनजर सरकार विदेशों से वैक्सीन आयात कर सकती है। हाल ही अमेरिकी कंपनी ने भारत को आने वाले कुछ महीनों में 5 करोड़ डोज देने पर हामी भरी हुई है। ऐसे में जिन वैक्सीन को हरी झंडी मिली हुई है उन्हें केंद्र की तरफ से आयात किया जा सकता है। जिससे देश में वैक्सीनेशन में तेजी से आए।