Cyclone Yaas News: PM Modi to visit states affected by cyclone 'Yaas', CM Mamata Banerjee likely to meet PM

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    नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) चक्रवाती तूफान ‘‘यास” (Cyclone Yaas) से प्रभावित ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के विभिन्न इलाकों का आज दौरा करेंगे। पीएम दोनों ही राज्यों में यास से हुए नुकसान की समीक्षा भी करेंगे। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री सबसे पहले ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचेंगे जहां वह एक समीक्षा बैठक करेंगे। इसके बाद वह ओडिशा के बालासोर और भद्रक तथा पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिलों के प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे करेंगे। दिल्ली लौटने से पहले प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल में एक समीक्षा बैठक भी करेंगे। इस दौरान वे ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) से भी मुलाकात कर सकते हैं।

    145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त  

    चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार को देश के पूर्वी तटों से टकराने के बाद भारी बारिश हुई। चक्रवात के दौरान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये, खेतों में पानी भर गया। चक्रवात से जुड़ी घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गयी जबकि इसके कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल ओर झारखंड में 21 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। ‘ताउते’ के बाद एक सप्ताह के भीतर देश के तटों से टकराने वाला ‘यास’ दूसरा चक्रवाती तूफान है।

    यास से हुआ 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान: सीएम ममता बनर्जी

    चक्रवातीय तूफान ‘यास’ द्वारा पश्चिम बंगाल में तबाही मचाए जाने पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि, त्रासदी में राज्य को करीब 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। साथ ही उन्होंने प्रभावितों को राहत के लिए ‘दुआरे तारन’ (घर-घर जाकर राहत पहुंचाने का) अभियान शुरू किया। बनर्जी ने चक्रवात प्रभावित क्षेत्र में राहत कार्यों के लिए 1,000 करोड़ रुपये आवंटित करते हुए कहा कि, जरुरत होने पर और धन दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘शुरुआती सूचनाओं के अनुसार, हमें पता चला है कि पश्चिम बंगाल में कुल करीब 15,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके बढ़ने की आशंका है।” उन्होंने कहा, ‘‘हमें जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण करने की आवश्यकता है क्योंकि ज्यादातर स्थान पानी में डूबे हुए हैं। इसमें (वित्तीय आकलन में) अभी कुछ समय लगेगा।”

    दुआरे तारन’ योजना चलाएगी पश्चिम बंगाल सरकार   

    मुख्यमंत्री ने कहा कि, क्षेत्र में जनसंख्या घनत्व और कृषि भूमि को ध्यान में रखते हुए सारी गणना की गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार पंचायत और ब्लॉक स्तर पर ‘दुआरे तारन’ योजना चलाएगी ताकि चक्रवात से वास्तव में प्रभावित लोगों की मदद हो सके। यह प्रक्रिया पानी का स्तर घटने के बाद तीन जून से शुरू होगी।” राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘दुआरे सरकार’ योजना चलाने वाले ही इस योजना का भी संचालन करेंगे। मुख्यमंत्री ने समझाया, ‘‘दुआरे तारन योजना के लिए आवेदन तीन से 18 जून तक स्वीकार किया जा सकेगा। इस अवधि में शिविर का संचालन करने वाले अधिकारी अर्जी स्वीकार करेंगे।” तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा कि 18 से 30 जून के बीच सभी आवेदनों का सत्यापन किया जाएगा ताकि कोई योजना का अनुचित लाभ ना ले। बनर्जी ने कहा, ‘‘सिर्फ पात्र लोगों को ही राहत मिलेगी। हम नहीं चाहते कि किसी को भी नुकसान हो। धर्म, जाति से ऊपर उठकर लोगों को राहत दी जाएगी।” मुख्यमंत्री ने बताया कि एक जुलाई से राहत राशि लाभार्थी के बैंक खाते में अंतरित की जाएगी और पूरी प्रक्रिया आठ जुलाई तक पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम प्रक्रिया को जल्दीबाजी में पूरा नहीं करेंगे, ताकि सिर्फ पात्र लोगों को ही लाभ मिल सके। सत्यापन में 15 दिन लगेंगे।” 

    पश्चिम बंगाल में बिजली गिरने, भारी बारिश की घटनाओं में पांच लोगों की मौत   

    पश्चिम बंगाल में गुरुवार को बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गयी। आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले के हरिहरपाड़ा में दो किशोरों की तथा नदिया जिले के नकाशीपाड़ा में एक और व्यक्ति की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु हो गयी। अधिकारी के अनुसार पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में दो लड़के आसमान से गिरी बिजली की चपेट में आने से मारे गये। राज्य में चक्रवाती तूफान ‘यास’ के आने के एक दिन बाद कई शहरों और जिलों में भारी बारिश हुई।