धर्मशाला. तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने आयरलैंड के नेता और नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन ह्यूम के निधन पर मंगलवार को शोक व्यक्त किया। ह्यूम की सोमवार को लंबी बीमारी के बाद 83 साल की उम्र में मौत हो गई थी। उन्हें अपने देश उत्तरी आयरलैंड में विद्रोहियों के साथ समझौता कराने में अहम भूमिका के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस समझौते की वजह से उत्तरी आयरलैंड में हिंसा खत्म हुई।
ह्यूम की पत्नी को लिखे शोक संदेश में दलाई लामा ने लिखा, ‘‘ मुझे प्रसन्नता है कि उत्तरी आयरलैंड की कुछ यात्राओं में से एक यात्रा के दौरान आपके पति से मुलाकात कर सका। संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और बातचीत की शक्ति में उनका गहरा एवं अटूट विश्वास था।” उन्होंने लिखा, ‘‘ यह उनका नेतृत्व और बातचीत की ताकत में भरोसा ही था जिसकी वजह से वर्ष 1988 में गुड फ्राइडे समझौते तक पहुंचा जा सका। उनकी स्थिर दृढ़ता ने हमें उसका अनुसरण करने के लिए उदाहरण प्रस्तुत किया है।” दलाई लामा ने कहा, ह्यूम की संघर्ष को सुलझाने के लिए शांति और अंहिसा के प्रति प्रतिबद्धता थी। इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता था कि वह कितना जटिल एवं कठिन है। उन्होंने जो सार्थक जीवन जीया वह दूसरों के लिए एक उदाहरण है।