धर्मशाला. जापान के दो नगरों- हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए जाने की 75 वीं बरसी पर दलाई लामा ने सरकारों, संगठनों और लोगों से आग्रह किया कि वे शांति और सैन्यमुक्त दुनिया के लिए काम करें। उन्होंने एक बयान में कहा कि 20 वीं सदी के दौरान कई महान विकास होने के बावजूद वह हिंसा का युग भी था जिसमें करीब 20 करोड़ लोग मारे गए। उस दौरान परमाणु हथियारों का भीषण उपयोग भी किया गया।
अब परस्पर बढ़ती निर्भरता वाले विश्व में हमारे पास इसे अधिक शांतिपूर्ण सदी बनाने का मौका है। उन्होंने कहा कि हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए जाने की 75 वीं बरसी पर वह सरकारों, संगठनों और लोगों से आग्रह करते हैं कि वे अपने जीवन में शांति की उपलब्धि हासिल करने के लिए खुद को फिर से समर्पित करें। उन्होंने कहा कि टकराव की स्थिति को बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए और बल का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
हमें परमाणु हथियारों के खतरे को खत्म करने की जरूरत है और इसका अंतिम मकसद विसैन्यीकृत दुनिया बनाना है। उन्होंने कहा कि युद्ध का अर्थ हत्या है। हिंसा से हिंसा पैदा होती है। हमें हथियारों के उत्पादन को रोकने शांतिपूर्ण दुनिया बनाने की जरूरत है।(एजेंसी)