नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए विवादस्पद कृषि कानूनों (Agriculture Bill) के खिलाफ आज किसान आंदोलन (Farmers Protest) का 50वां दिन शुरू है। इसी बीच एक खबर के अनुसार किसान आंदोलन को लेकर बनाई गई सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की चार सदस्यीय कमेटी से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान (Bhupinder Singh Maan) ने अब खुद को अलग कर लिया है।
Bhupinder Mann, a member of the SC-formed committee over #FarmLaws, recuses himself from it.
“In view of prevailing sentiments & apprehensions amongst farm unions & public, I’m ready to sacrifice any position so as not to compromise Punjab & farmers’ interests,” his letter reads
— ANI (@ANI) January 14, 2021
गौरतलब है कि भूपिंदर सिंह मान के नाम पर शुरू से ही बवाल हो रहा था। उधर आंदोलन कर रहे किसानों का कहना था कि भूपिंदर सिंह मान पहले ही तीनों कृषि कानून का अपना समर्थन कर चुके हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से एक्सपर्ट कमेटी बनाने के बाद सरकार और किसान संगठनों के बीच आगामी शुक्रवार को होने वाली 10वें दौर की बातचीत पर फिलहाल वैसे संशय बना हुआ है।
इधर अपने इस्तीफे में भूपिंदर सिंह मान ने कमेटी में शामिल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार जताया, लेकिन इसमें उन्होंने आगे लिखा है कि, “एक किसान और संगठन का नेता होने के नाते मैं किसानों की भावना जानता हूं। मैं अपने किसानों और पंजाब के प्रति वफादार हूं। इन के हितों से कभी कोई समझौता नहीं कर सकता। मैं इसके लिए कितने भी बड़े पद या सम्मान की बलि भी चढ़ा सकता हूं। मैं कोर्ट की ओर से दी गई जिम्मेदारी नहीं निभा सकता। मैं अब खुद को इस कमेटी से अलग कर रहा हूँ।”
S. Bhupinder Singh Mann Ex MP and National President of BKU and Chairman of All India Kisan Coordination Committee has recused himself from the 4 member committee constituted by Hon’ble Supreme Court pic.twitter.com/pHZhKXcVdT
— Bhartiya Kisan Union (@BKU_KisanUnion) January 14, 2021
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की तरफ से एक्सपर्ट कमेटी में जो पहले से निम्नलिखित 4 लोग शामिल हैं:
- प्रमोद जोशी- नेशनल एकेडमी ऑफ एग्रिकल्चर रिसर्च मैनेजमेंट के डायरेक्टर रह चुके प्रमोद कुमार जोशी को आर्थिक-कृषि मामलों का जानकार माना जाता है।
- अनिल घनवंत- महाराष्ट्र के बहुचर्चित शेतकारी संगठन के प्रमुख अनिल घनवंत की किसानों पर पकड़ मानी जाती है। इस संगठन की शुरुआत किसान नेता शरद जोशी ने की थी, जिनकी मांग थी कि किसानों को खुले बाजार में आने का अवसर मिले।
- अशोक गुलाटी- कृषि विशेषज्ञ अशोक गुलाटी ICRIER में तीन साल प्रोफेसर रह चुके हैं। भारत सरकार को MSP के मुद्दे पर सलाह देने वाली कमेटी के सदस्य भी रह चुके हैं, 2015 में उन्हें पद्म श्री सम्मान दिया गया।
- भूपिंदर सिंह मान- पूर्व राज्यसभा सांसद भूपिंदर सिंह मान, भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष हैं। इसके साथ ही वह ऑल इंडिया किसान कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख भी हैं।
कौन हैं ये भूपिंदर सिंह मान:
सुप्रीम कोर्ट ने किसान और सरकार के बीच गतिरोध को खत्म करके समाधान निकालने के लिए जिन चार सदस्यीय कमेटी बनाई गयी है। उनमे से इस कमेटी में ऑल इंडिया किसान कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख और पूर्व राज्यसभा सांसद भूपिंदर सिंह मान को भी पहले शामिल किया गया था। उनके इस संगठन के तहत कई और भी किसान संगठन आते हैं, ऐसे में किसानों पर उनका प्रभाव भी पहले से अच्छा है।
गौरतलब है कि ऑल इंडिया किसान कॉर्डिनेशन कमेटी के प्रमुख भूपिंदर सिंह मान ने इसके पहले बीते दिसंबर 2020 में ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर नए कानूनों का अपना समर्थन दिया था। हालांकि, कुछ संशोधनों की मांग उन्होंने पहले भी जरूर की थी, जिनमें MSP पर लिखित गारंटी देने को कहा गया था। फिलहाल भूपिंदर सिंह मान का आंदोलनरत किसान विरोध कर रहे हैं जिसके चलते उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की चार सदस्यीय कमेटी से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति से अब खुद को अलग कर लिया है।