नई दिल्ली: पेंगसास मामले (Pangasas Case) पर संसद में आज भी भारी हंगामा हुआ। इसी हंगामे के बीच राज्यसभा में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) पर चर्चा शुरू शुरू है। इस चर्चा में कांग्रेस (Congress), शिवसेना (Shivsena), टीएमसी (TMC) सहित सभी दलों ने केंद्र सरकार (Central Government) पर कोरोना से हुई मौत के आंकड़ों को छुपाने का आरोप लगाया।
सरकार डेटा क्यों छिपा रहे?
चर्चा के दौरान शिवसेना संजय राउत ने कहा, “हमारा सवाल सरकार से है – आप डेटा क्यों छिपा रहे हैं? बताएं, कितने लोगों ने अपनी जान गंवाई है (COVID के कारण)। रिपोर्टें सरकार के आधिकारिक आंकड़ों से अधिक (मौतें) कहती हैं।”
Our question is to govt — why are you hiding the data? Tell us, how many people have lost their lives (due to COVID). Reports say more (deaths) than govt's official figures: Shiv Sena MP Sanjay Raut, in Rajya Sabha pic.twitter.com/tiC9BJbW5W
— ANI (@ANI) July 20, 2021
स्वास्थ्य बजट बढ़ने का ऐलान झूठा
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, “स्वास्थ्य मंत्रालय का बजट बढ़ाएं और भविष्य की चुनौतियों के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करें। बजट से पहले मैंने निर्मला जी से स्वास्थ्य बजट बढ़ाने को कहा था। वर्तमान स्वास्थ्य बजट नकली है, वास्तविक बजट केवल 72,000 करोड़ रुपये है। आपने अन्य विभागों के बजट को स्वास्थ्य में जोड़ा है।”
Raise Budget of Health Ministry & build infrastructure for future challenges. Before the Budget, I told Nirmala ji to raise health Budget. Current health Budget is fake, actual Budget is only Rs 72,000 crores. You've added other depts' Budget in health: Ram Gopal Yadav, SP MP pic.twitter.com/ddfMP6xVhp
— ANI (@ANI) July 20, 2021
स्वास्थ्य मंत्री को बनाया बलि का बकरा
राज्यसभा ने नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “नोटबंदी की तरह रातों-रात लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया। सरकार ने इसकी तैयारी नहीं की। लोगों के घर वापस जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं थी। लोगों की आजीविका प्रभावित हुई। सरकार को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “सरकार ने लोगों से मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने को कहा। लेकिन अलग-अलग राज्यों में चुनाव के दौरान वे क्या कर रहे थे? आप अपने ही नियम तोड़ रहे हैं। उन्हें COVID मानदंडों का उल्लंघन करने का श्रेय दिया जाना चाहिए।”
खड़गे ने कहा, “पीएम मोदी ने लोगों से बर्तन बजाने, मोमबत्तियां जलाने की अपील की. लोगों ने उन पर भरोसा किया और यह सब किया। उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया लेकिन उन्हें निराश किया। इसका दोष लेने के बजाय, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को बलि का बकरा बनाया।”