VK Paul
Dr VK Paul : File Photo

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    • ऐसा कोई भी वैक्सीन नहीं कहती कि 100 प्रतिशत संक्रमण नहीं होगा
    • वैक्सीन से बीमारी की गंभीरता और मौत को रोका जा सकता
    • 54 ज़िलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा

    नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के मामलों आ रही कमी ब्रेक लग गया है। पिछले कुछ दिनों में दैनिक मामलों में बढ़ोतरी हुई है। लोगों की बढ़ती लापरवाही पर नीति आयोग सदस्य डॉ. वीके पॉल (Niti Aayog Member Dr. V K Paul) ने लोगों को फिर चेताया है। मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पॉल ने कहा, “कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। कुछ क्षेत्र चिंता का विषय बने हुए हैं। वैक्सीनेशन भी पूरी गारंटी नहीं है। यह संक्रमण कम करेगा। ऐसा कोई भी वैक्सीन नहीं कहती कि 100% संक्रमण नहीं होगा। इससे बीमारी की गंभीरता और मौत को रोका जा सकता है।”

    वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण में 93 प्रतिशत की कमी 

    पॉल ने कहा, “एएफएमसी में 15 लाख डॉक्टरों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं पर अध्ययन किया गया था, जिन्हें कोविशील्ड के साथ प्रशासित किया गया था। इससे पता चला कि दूसरी लहर के दौरान संक्रमण में 93% की कमी आई थी जो डेल्टा संस्करण और 98% मृत्यु दर में कमी से प्रेरित थी।”

    राज्यों में फिर बढ़ने लगे मामले 

    वहीं राज्यों में बढ़ते मामलों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी चिंता जताई है। संयुक्त स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने कहा, “कोरोना मामलों में साप्ताहिक औसत में लगातार गिरावट आई है…लेकिन अगर हम मामलों में गिरावट की दर की तुलना पहले से अब तक करें तो इसकी कमी चिंता का विषय बनी हुई है। हम इस संबंध में राज्यों के साथ बातचीत कर रहे हैं।”

    54 ज़िलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा  

    लव अग्रवाल ने कहा, “देश में अभी भी 62 जिले ऐसे हैं जहां रोजाना 100 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। ये मामले इन जिलों के स्थानीय और सीमित क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इसी के साथ अभी 54 ज़िलों में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से ज़्यादा है।”

    उन्होंने कहा, “22 जिले हैं- केरल से 7, मणिपुर से 5, मेघालय में 3 और अन्य, जहां पिछले 4 हफ्तों में मामलों में वृद्धि की प्रवृत्ति दर्ज की गई है। यह चिंता का विषय है।”

    दुनिया में फिर हालत बिगड़े 

    स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “वैश्विक नजरिए से देखें तो महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। दुनिया भर में मामलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो चिंता का विषय बनी हुई है। हमें सख्ती के साथ वायरस के प्रसार को रोकने पर काम करना होगा।”