चुनाव आयोग ने किया ऐलान, चुनावी ड्यूटी में लगने वाले हर कर्मी को लगेगा कोरोना का टीका

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    नई दिल्ली: केंद्रीय चुनाव आयोग (Election Commission of India) ने शुक्रवार को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों (Assembly Election) की तरीकों का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद पश्चिम बंगाल (West Bengal), केरल (Kerala), तमिलनाडु (Tamilnadu), असम (Assam) और पुडुचेरी (Puducherry) में आचार संहिता लग गई है। विधानसभा चुनाव कोरोना काल में किया जा रहा है। चुनाव को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में कर्मियों को ड्यूटी में लगाया जाएगा। कोरोना के संकट को देखते हुए शनिवार को मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil Arora)  ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि,”चुनाव के समय ड्यूटी में लगने वाले सभी कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित कर दिया गया है। जिसके अनुसार हर कर्मी को कोरोना का टीका लगाया जाएगा।”

    पत्रकारों से बात करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चुनाव के समय ड्यूटी पर लगने वाले कर्मियों को स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य कर्मियों की तरह फ्रंट लाइन कार्यकर्ता घोषित किया है। जिसके तहत चुनाव के पहले सभी को कोरोना का टीका दिया जाएगा।”

    कोरोना नियमों की तहत चुनाव

    चुनाव आयुक्त ने कहा, “कोरोना के संकट को देखते हुए हमने जो दिशा निर्देश जारी किया है। उसी के अनुसार चुनाव कराया जाएगा। अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव की तरह इन चुनावों में भी मतदान का समय एक घंटा बढ़ाया गया है।” उन्होंने कहा, “इसी के साथ संवेदनशील मतदान केंद्रों पर जितनी जरुरत है उतनी संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की जाएगी।” 

    अरोड़ा ने कहा, “सभी राज्यों में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को ऑनलाइन के साथ साथ ऑफ़लाइन नामांकन करने की इजाज़त दिया गया है। वहीं प्रचार के समय प्रत्याशी के साथ केवल पांच लोगों की रहने की इजाजत होगी। इसी के साथ रोड शो में भी केवल पांच गाड़ियां ही मौजूद रहेगी। अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसपर नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।”

    824 विधानसभा सीटों पर होगा मतदान 

    चुनाव आयोग की तारीखों के ऐलान करने के बाद पांच राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। इन पांच राज्यों की कुल 824 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। जिसमें 18.68 करोड़ मतदाता 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर मतदान करेंगे। पश्चिम बंगाल में जहां आठ चरणों में चुनाव होंगे, जबकि असम में तीन चरणों में चुनाव होंगे। वहीं तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में एक चरण मतदान होगा। दो मई को चुनाव के परिणाम घोषित होंगे।

    बंगाल में आठ चरणों में चुनाव 

    चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराने का ऐलान किया है। जो 27 मार्च से शुरू होगा और 29 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान राज्यसभा की 294 सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।  2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने 211 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं विपक्षी गठबंधन कांग्रेस एयर लेफ्ट ने 70 सीट ही जीत पाई थी। भाजपा को सिर्फ तीन सीटों पर ही कामयाबी मिली थी। 

    • पहला चरण: 27 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होगा।  इस दौरान पांच जिलों के 30 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
    • दूसरा चरण: इस में चार जिलों की 30  सीटों पर एक अप्रैल को मतदान होगा।
    • तीसरा चरण: छह अप्रैल को31 विधानसभा सीटों पर मतदान करेंगे।
    • चौथा चरण: पांच जिलों की 44 विधानसभा सीटों पर 10 अप्रैल को मतदान होगा।
    • पांचवा चरण: 17 अप्रैल के छह जिलों की 45 सीटों पर चुनाव।
    • छठा चरण: इस चरण में चार जिलों की 42 सीटों पर 22 अप्रैल को मतदान होगा।
    • सातवां चरण: पांच जिलों के 36 सीटों पर 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
    • आठवां चरण: आखिरी चरण का चुनाव  29 अप्रैल को चार जिलों की 35 सीटों पर मतदान होगा। 

    असम में तीन चरण में मतदान 

    उत्तर पूर्व का द्वार कहे जाने वाले असम में तीन चरण में चुनाव कराने का ऐलान चुनाव आयोग ने किया है। 126 सीटों वाले विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 64 सीटों की जरुरत होती है। 3.09 करोड़ जनसंख्या वाले राज्य में तीन चरणों में चुनाव होंगे। 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 86 सीटों पर जीत दर्ज कर पहली बार किसी उत्तर-पूर्वी राज्य में सरकार बनाई थी। 

    • पहला चरण: 27 मार्च को होने वाले पहले चरण के चुनाव में 47 सीटों पर मतदान होगा। 
    • दूसरा चरण:  एक अप्रैल को दूसरे चरण में 39 सीटों पर मतदान किया जाएगा। अधिसूचना जारी  5 मार्च की 
    • तीसरा चरण: इस चरण में 40 सीटों पर छह अप्रैल को मतदान होगा।