मुंबई: पूर्व-नौसेना (Navy) अधिकारी मदन शर्मा (Madan Sharma) से मारपीट के मामले में ज़मानत पर रिहा हुए 6 शिवसैनिक मंगलवार को फिर से गिरफ्तार कर लिए गए हैं। शिवसेना (Shivsena) के कार्यकर्ताओं के खिलाफ समतानगर पुलिस ने एफआईआर में आईपीसी की धारा 452 को शामिल किया गया जिसके उनकी गिरफ़्तारी कर ली गई है। इस बीच आज मदन शर्मा महाराष्ट्र के राज्यपाल बी एस कोशियारी मुलाकात की।
मदन शर्मा ने कहा, “मैंने उन्हें (गवर्नर) को घटना के बारे में जानकारी दी। जिन धाराओं के तहत आरोपी बुक किए गए थे, वे कमजोर हैं। मुझे आश्वासन दिया है कि वह मेरे ज्ञापन पर कार्रवाई करेंगे। मैंने मांग की कि राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाए, राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह केंद्र से बात करेंगे।”
I told him of the incident. Sections under which accused were booked are weak. Gov assured he’ll take action on my memorandum. I demanded that state govt be dismissed, President Rule be imposed. He assured he’ll speak to centre: Ex-Navy officer Madan Sharma after meeting Governor https://t.co/uwTFvcAXCG pic.twitter.com/3w037fxmfl
— ANI (@ANI) September 15, 2020
दरअसल बीजेपी (BJP) लगातार इस मामले को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साध रही है। मदन शर्मा से मारपीट के बाद भाजपा (BJP) नेताओं ने मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन भी किया था। बीजेपी ने केस में गैर-जमानती धाराओं को एफआईआर में शामिल करने की मांग की भी की थी।
बता दें कि पिछले सप्ताह महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) पर बने कार्टून (Cartoon) को व्हट्सएप (WhatsApp) पर फॉरवर्ड करने को लेकर मदन शर्मा की पिटाई कर दी थी। शुक्रवार को शिवसैनिकों ने मदन शर्मा पर हमला किया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार जरूर किया लेकिन उन्हें कुछ घंटे बाद ज़मानत मिल गई थी।
मामला सामने आने के बाद महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा। वहीं दूसरी ओर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने पूर्व नौसेना अधिकारी से बात की और इस तरह के हमलों को अस्वीकार्य बताया। फडणवीस ने कहा कि यह बहुत ही गलत और ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड टेरर’ वाली स्थिति बताई थी।