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नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) के कृषि कानूनों (Agricultural Law) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmer Agitation) बृहस्पतिवार को आठवें दिन भी जारी है, जिसे देखते हुए दिल्ली पुलिस ने अपने सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए हैं और शहर में प्रवेश और निकास के लिए वैकल्पिक मार्गों से आवागमन करने का सुझाव दिया है। आंदोलनरत किसानों ने बुधवार को मांग की कि केन्द्र संसद का एक विशेष सत्र बुलाए और कृषि कानूनों को वापस ले। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने दिल्ली में अन्य मार्गों को जाम करने और ‘‘अतिरिक्त कदम” उठाने की धमकी दी है।

केन्द्र और किसानों के प्रतिनिधियों की आज दिन में एक अहम बैठक होनी है। दिल्ली यातायात पुलिस ने बृहस्पतिवार को अनेक ट्वीट करके लोगों को किसान आंदोलन के कारण सिंघू, लामपुर, औचंदी, चिल्ला तथा अन्य बॉर्डर के बंद होने की जानकारी दी। इसमें हिदायत की गई कि हरियाणा जाने वाले लोग ढांसा, दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर वाला रास्ता ले सकते हैं। शहर की यातायात पुलिस ने ट्वीट किया,‘‘ सिंघू बॉर्डर अब भी दोनों ओर से बंद है। लामपुर, औचंदी और अन्य छोटे बॉर्डर भी बंद हैं। कृपया वैकल्पिक माार्गों का सहारा लीजिए। मुकरबा चौक और जीटीके रोड से यातायात परिवर्तित किया गया है।”

लोगों को नोएडा लिंक रोड से बचने और राष्ट्रीय राजमार्ग 24 और डीएनडी से जाने की सलाह दी गई है। दूसरे ट्वीट में कहा गया,‘‘ टिकरी, झाडौदा बॉर्डर यातायात के लिए बंद हैं। बड़ूसराय बॉर्डर कार और दो पहिया जैसे हल्के वाहनों से लिए खुला है। झटिकरा बॉर्डर केवल दोपहिया वाहनों के लिए खुला है।” गौरतलब है कि ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत किसान राष्ट्रीय राजधानी के अति व्यस्त सिंघू, टिकरी, नोएडा और गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद बृहस्पतिवार को सिंघू बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन में शामिल हो सकते हैं।