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नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए नए विवादस्पद ‘कृषि कानून’ (Farm Laws) के खिलाफ किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) आज भी जारी है। आज इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में लगातार दूसरे दिन सुनवाई होगी है। बीते दिन जहाँ अदालत ने मुद्दा सुलझाने के लिए जिस कमेटी के गठन की बात कही थी, आज उसपर भी बात साफ़ हो सकती है। दूसरी ओर दिल्ली की सीमाओं (Delhi Borders) पर इस कडकडाती ठंड में भी किसान डटे हुए हैं, बीते दिन एक सिख संत ‘बाबा राम सिंह’ (Baba Ram Singh) ने सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर आत्महत्या कर ली थी, जिसके बाद राजनीतिक घटनाक्रम भी तेजी से बदलने लगा है।

सिख संत ने की आत्महत्या:

दरअसल बीते दिन कृषि कानूनों (Agriculture Bill) के खिलाफ दिल्ली में सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) के निकट प्रदर्शन कर रहे किसानों का समर्थन कर रहे एक सिख संत (Sikh Monk) ने बुधवार को कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी । वहीं पुलिस ने बताया था कि मृतक ने कथित रूप से पंजाबी में हाथ से लिखा एक नोट भी छोड़ा है, जिसमें कहा गया है कि वह ‘किसानों का दर्द’ सहन नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस फ़िलहाल इस नोट की जांच कर रही है।

अदालत में आज भी सुनवाई: 

गौरतलब है कि किसान आंदोलन को लेकर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी और आज भी इस पर सुनवाई होनी है। कल अदालत ने सरकार-किसान में समझौते के लिए कमेटी बनाने को कहा था, इस मुद्दे पर अब केंद्र, पंजाब-हरियाणा सरकार और 8 किसान संगठनों को नोटिस भेजा गया है। वहीं आज आगे की रूप-रेखा तय करने के लिए फिर सुप्रीम कोर्ट में में सुनवाई होनी है। 

इन संगठनों को दिया गया नोटिस:

  •         Bharatiya Kisan Union (BKU – Rakesh Tikait)
  •         BKU-Sidhupur (Jagjeet S। Dallewal)
  •         BKU-Rajewal (Balbeer Singh Rajewal)
  •         BKU-Lakhowal (Harinder Singh Lakhowal)
  •         Jamhoori Kisan Sabha (Kulwant Singh Sandhu)
  •         BKU-Dakaunda (Buta Singh Burjgill)
  •         BKU – Doaba (Manjit Singh Rai)
  •         Kul Hind Kisan Federation (Prem Singh Bhangu)

आज क्या होगा खास:

वहीं अब इस मुद्दे पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत अन्य कई प्रमुख नेताओं ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और श्रद्धांजलि।”

उन्होंने कहा, ‘‘ कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है। ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!” आज भी किसानों का आंदोलन चलता रहेगा। दूसरी ओर बीजेपी किसान सम्मेलन के जरिए अब किसानों को साधने में जुटी है। उधर बरेली में भी आज उत्तरप्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ किसानों को संबोधित करने वाले हैं।