नई दिल्ली: किसान ट्रैक्टर रैली (Farmer Tractor Rally) के नाम पर दिल्ली के अंदर हुई हिंसा (Violence) को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Rashtrawadi Congress Party) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने केंद्र सरकार (Central Government) पर सवाल उठाया है। मंगलवार को बोलते हुए उन्होंने कहा, “आज दिल्ली में जो हुआ कोई भी उसका समर्थन नहीं करता परंतु इसके पीछे के कारण को भी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे थे, भारत सरकार (Indian Government) की ज़िम्मेदारी थी कि सकारात्मक बात कर हल निकालना चाहिए था। वार्ता हुई लेकिन कुछ हल नहीं निकला। सरकार को परिपक्वता से कार्य करना चाहिए और सही निर्णय लेना चाहिए।”
Nobody will support whatever happened today but the reason behind it cannot be ignored either. Those sitting calmly grew angry, the Centre didn’t fulfill its responsibility. Govt should act maturely & take the right decision: NCP Chief Sharad Pawar on the tractor rally in Delhi https://t.co/bJYo0l1fpb
— ANI (@ANI) January 26, 2021
सरकार हुई विफल
पूर्व कृषि मंत्री ने कहा, “पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों ने अनुशासित तरीके से विरोध किया, लेकिन सरकार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। संयम समाप्त होते ही, ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। केंद्र की ज़िम्मेदारी कानून और व्यवस्था को नियंत्रण में रखने की थी, लेकिन वे विफल रहे।”
Farmers from Punjab, Haryana, western Uttar Pradesh held protest in a disciplined manner but govt didn’t take them seriously. As restraint ended, the tractor march was taken out. Centre’s responsibility was to keep law & order in control but they failed: NCP Chief Sharad Pawar pic.twitter.com/GIRgNSyGRW
— ANI (@ANI) January 26, 2021
सरकार को दोष देने का मौका ना दें
शरद पवार ने कहा, “आज जिस तरह से आंदोलन संभाला गया वह अफसोसजनक है। विपक्ष में बैठे हम सभी किसानों की मांग का समर्थन करते हैं और मैं अपील करता हूं – अब आप (किसानों) को अपने-अपने गांवों में शांति से वापस जाना चाहिए और सरकार को आपको दोष देने का कोई मौका नहीं देना चाहिए।”
The way the agitation handled today is regrettable. We all sitting in Opposition support the farmers’ cause and I appeal — now you (farmers) should go back to your respective villages peacefully and should not give any opportunity to the govt to blame you: NCP Chief Sharad Pawar https://t.co/aeaMDtjflc pic.twitter.com/43BVQ7eRRl
— ANI (@ANI) January 26, 2021
ज्ञात हो कि, कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने आज ट्रैक्टर रैली बुलाई थी। इस रैली को लेकर किसान और पुलिस के बीच शांतिपूर्ण तरीके से निकलने का समझौता हुआ था। लेकिन किसानों ने अपना वादा तोड़ते हुए बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी बैरिकेड को तोड़ते हुए दिल्ली के अंदर प्रवेश किया।
प्रवेश करते हुए प्रदर्शनकारी उनको रोकने लगे, पुलिस वालों पर पत्थर और तलवार से हमला भी किया। इस दौरान पुलिस वालों ने उपद्रवियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े, लेकिन वह रुकने को तैयार नहीं थे। सभी प्रदर्शनकारी लालकिले पहुंचे और तिरंगे की जगह एक धर्म विशेष का झंडा फहरा दिया।
हिंसा स्वीकार्य नहीं
किसानों की इस हिंसा पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, “दिल्ली में चौंकाने वाले दृश्य। कुछ तत्वों द्वारा हिंसा अस्वीकार्य है। यह शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे किसानों द्वारा उत्पन्न सदभावना को नकार देगा। किसान नेताओं ने खुद को अलग कर लिया और ट्रेक्टर रैली को स्थगित कर दिया। मैं सभी वास्तविक किसानों से दिल्ली को खाली करने और सीमाओं पर लौटने का आग्रह करता हूं।”