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नई दिल्ली. नई दिल्ली.  सिंघु बॉर्डर पर हुए बवाल पर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर अलीपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई हैं।

दिल्ली पुलिस ने अलीपुर पुलिस स्टेशन में धारा 186, 353, 332, 323, 147, 148, 149, 279, 337, 188, 269, और 3 PDPP एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

गौरतलब है कि  सिंघु बॉर्डर पर 27 नवंबर को सिंघु बॉर्डर पर बड़ी तादाद में किसान मौजूद थे। प्रदर्शन कर रहे किसान बार-बार बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस पर पथराव हुए थे। सरकारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचा था।

वहीं पुलिस ने किसानों को पीछे खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और बल का प्रयोग किया था। इस घटना में दिल्ली पुलिस के करीब तीन-चार पुलिसकर्मियों को चोट लगी थी। इतना ही नहीं एक सब इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह के हाथ पर तलवार से भी हमला हुआ था।

बवाल के बाद अधिकारियों ने किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने और बुराड़ी के निरंकारी मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी। किसानों का मानना है कि, सरकार ने जिस बुराड़ी मैदान को किसानों के लिए आरक्षित किया था वह किसानों को ओपन जेल जैसा लगने लगा है और जो किसान वहां पहुंचे थे वो वापस लौट रहे हैं।

केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर सोमवार को किसानों का लगातार पांचवें दिन आंदोलन जारी रहा। दिल्ली में एंट्री के तीन रास्तों पर सैकड़ों किसान डेरा डालकर बैठे हैं और दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना देने पर अड़े हुए हैं।

गौरतलब है कि, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किसान संगठनों से बुराड़ी मैदान पहुंचने की अपील की थी और कहा था कि, वहां पहुंचते ही केन्द्रीय मंत्रियों का एक उच्चस्तरीय दल उनसे बातचीत करेगा।

किसानों के 30 से अधिक संगठनों की रविवार को हुई बैठक में किसानों के बुराड़ी मैदान पहुंचने पर तीन दिसंबर की तय तारीख से पहले वार्ता की केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पेशकश पर बातचीत की गई, लेकिन हजारों प्रदर्शनकारियों ने इस प्रस्ताव का स्वीकार करने से मना कर दिया और सर्दी में एक और रात सिंघू तथा टीकरी बार्डरों पर डटे रहने की बात कही।