चेन्नई. तमिलनाडु के तूतीकोरिन जिले में कुछ दिन पहले पुलिस की कथित यातना से पिता-पुत्र की मृत्यु के मामले में एक नया तथ्य सामने आया है कि इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराने के कुछ घंटों के भीतर ही उनकी मृत्यु हो गई थी। सोमवार को सरकार द्वारा जारी एक आदेश में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है जिसमें जयराज और उनके बेटै फेनिक्स की मौत से संबंधित घटनाक्रम का विवरण दर्ज है।
This is so heartbreaking. These police officers aren’t less than Nazis. These police people aren’t even afraid of what’s happening around the world. Arrest jairaj and Fenix murderer. We want justice #JusticeforJayarajAndFeniz #PoliceBrutality https://t.co/A4eifhdefH
— ∆ (@avixshh) June 26, 2020
आदेश में कहा गया है कि दोनों व्यक्तियों को निषेधाज्ञा के उल्लंघन के लिए 19 जून को गिरफ्तार किया गया था और अनिवार्य चिकित्सा जांच के लिए तूतीकोरिन जिले के सतानकुलम में एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टर के पास ले जाया गया था। अगले दिन एक मजिस्ट्रेट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और उन्हें कोविलपट्टी उप-जेल में रखा गया। फेनिक्स को 22 जून को शाम करीब सात बजकी 45 मिनट पर जेल अधिकारियों द्वारा कोविलपट्टी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और रात नौ बजे इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई । आदेश में कहा गया है कि उसके पिता जयराज को भी उसी दिन रात करीब साढे़ दस बजे उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 23 जून की सुबह पांच बजकर 40 मिनट पर उनकी मौत हो गई थी। पी जयराज और उनके बेटे फेनिक्स को अपनी मोबाइल फोन की दुकान समय सीमा के बाद खोलकर लॉकडाउन के नियमों का ‘उल्लंघन’ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनके रिश्तेदारों ने आरोप लगाए कि पुलिसकर्मियों ने सातनकुलम थाने में उनकी बुरी तरह की पिटाई की।