Fugitive Mallya in trouble for India, British High Commission refuses extradition

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नई दिल्ली. विजय माल्या प्रत्यर्पण मामले पर एक नया मोड़ आ गया है। इस मामले में ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा है कि ब्रिटेन के कानून के तहत, कानूनी समस्या हल होने तक प्रत्यर्पण नहीं हो सकता है और इस मामले पर जल्द से जल्द निपटाने की कोशिश की जा रही है।

बता दें कि मीडिया के एक तबके में चल रही खबरों में अनुसार माल्या के प्रत्यर्पण से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी थी। यही नहीं ख़बर तो यह भी थी कि माल्या को बीते सोमवार की रात को भारत में लाया जा सकता है। विदित हो कि माल्या पिछले काफी दिनों से इंग्लैंड में रह रहा हैं।गौरतलब हैं कि विजय माल्या 2016 में भारत छोड़कर इंग्लैंड भाग गया था। उस पर देश के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है। भारतीय एजेंसियों ने इंग्लैंड की अदालत से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबे समय के बाद वहां की अदालत ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी थी। 

लेकिन अब इस कहानी में नया मोड़ लाते हुए ब्रिटिश उच्चायोग ने वक्तव्य दिया है कि विजय माल्या ने पिछले महीने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपनी अपील हार गए हैं और ब्रिटेन के सर्वोच्च न्यायालय में अब अपील करने से भी इनकार कर दिया गया था। हालांकि, इसमें एक और कानूनी मुद्दा है जिसे उनके प्रत्यर्पण की व्यवस्था करने से पहले हल करने की नितांत आवश्यकता है। ब्रिटिश उच्चायोग ने यह भी साफ़ किया है ब्रिटेन के कानून के तहत, कानूनी समस्या पूर्ण हल ना होने तक विजय माल्या भारत प्रत्यर्पण में अभी और देरी हो सकती है। फिलहाल इस मुद्दे के सभी पहलुओं की जांच होने के बाद ही कोई फैसला आ सकता है।