नयी दिल्ली. जहाँ एक तरफ भारत (India) में कोरोना वायरस के खिलाफ हो रहे युद्ध में अब 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccine) दी जा रही है। वहीं अब लोगों के बीच इन वैक्सीन को लेकर कई तरह से मिथक आ रहे हैं, जिन्हें भारत सरकार समय-समय पर दूर करने की भरसक कोशिश करती है। वहीँ अब नए मिथक के अनुसार कोवैक्सीन (Covaxin) में बछड़े का सीरम इस्तेमाल होने को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल होने पर सरकार ने एक बार फिर सफाई दी है और कहा कि दरअसल तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
Bovine serum is widely used in the manufacture of vaccines globally for several decades. The usage of newborn calf serum was transparently documented in several publications including Hamster Efficacy Study over the last 9 months: Bharat Biotech
— ANI (@ANI) June 16, 2021
‘कोवैक्सीन में नहीं है Calf Serum :
दरअसल पीआईबी द्वारा आज जारी एक बयान में कहा गया कि, ” कोवैक्सीन (Covaxin) की संरचना के संबंध में कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि इस वैक्सीन में बछड़े का सीरम (Calf Serum) प्रयुक्त होता है। लेकिन यह बिल्कुल सही नहीं है और तथ्यों को जरुरत से ज्यादा तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। ‘
There have been some social media posts regarding composition of the COVAXIN where it has been suggested that COVAXIN contains the newborn calf serum. Facts have been twisted and misrepresented in these posts: Ministry of Health and Family Welfare pic.twitter.com/F4twaqut6y
— ANI (@ANI) June 16, 2021
सिर्फ वेरो कोशिकाओं की वृद्धि के लिए होता है प्रयोग :
इस बयान में तह भी स्पष्ट कहा गया है कि, ” Calf Serum का उपयोग दरअसल केवल वेरो कोशिकाओं (Vero Cells) की तैयारी या वृद्धि के लिए ही होता है। वहीं विभिन्न प्रकार के गोजातीय और अन्य पशु सीरम वेरो सेल विकास के लिए विश्व स्तर पर उपयोग किए जाने वाले मानक संवर्धन घटक हैं। “
Hence, the final vaccine (COVAXIN) does not contain newborn calf serum at all and the calf serum is not an ingredient of the final vaccine product: Ministry of Health and Family Welfare
— ANI (@ANI) June 16, 2021
दशकों से होता आ रहा इस तकनीक का उपयोग :
इस पर PIB ने आगे कहा कि, ” दरअसल वेरो कोशिकाओं (Vero Cells) का उपयोग कोशिका जीवन को स्थापित करने के लिए किया जाता है जो टीकों के उत्पादन में मदद करते हैं। वहीं पोलियो, रेबीज और इन्फ्लुएंजा के टीकों में दशकों से इस तकनीक का उपयोग होता आ रहा है। इसके साथ ही इन वेरो कोशिकाओं (Vero Cells) को वृद्धि के बाद Calf Serum से मुक्त यानी साफ करने के लिए कई बार पानी और केमिकल से भी धोया जाता है। फिलहाल कोवैक्सीन को लेकर जो भी संशय है या किसी प्रकार का मिथक है वो पूरी तरह से निराधार है।