जूनागढ़. गुजरात (Gujrat) के गिर के जंगलों (Gir Forest) में दो शेरों (Lions) का बाइक पर पीछा करना और उनको तंग करना कुछ युवकों भारी पड़ गया। हालाँकि, इसके आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है जिसमे से एक एक नाबालिग है ।
Gujarat: Two persons including a minor held after a video went viral showing bikers chasing a lion near Gir forest in Junagarh district. “They have been booked under provisions of Wildlife Protection Act,” says Junagarh Chief Conservator of Forests Dushyant Vasavada. (11.12) pic.twitter.com/oqZvvDndKA
— ANI (@ANI) December 11, 2020
आया विडियो सामने:
वन विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि सोशल मीडिया पर हाल में एक वीडियो सामने आई है जिसमें बाइक पर सवार दो अज्ञात व्यक्ति शेरों का पीछा कर रहे हैं और बाइक के इंजन की आवाज और हॉर्न से उन्हें डरा रहे हैं। इसके बाद बुधवार को यह गिरफ्तारियां की गई हैं।
Two persons, including a minor, were nabbed on Friday for allegedly chasing a lion on a bike near Gir forest in Junagarh dt
Dushyant Vasavada, Chief Conservator of Forests (Wildlife), Junagarh, said both accused under the provisions of Wildlife Protection Act
Video credit: @ANI pic.twitter.com/S90sLGuBuq
— Senthil kumar (@SENTHILSSK1982) December 12, 2020
Courtsey: Senthil Kumar & ANI
क्या थी घटना:
जूनागढ़ के मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) डीटी वसवाडा ने बताया, ” वीडियो की जांच शुरू की गई तो पाया गया कि यह वीडियो गुजरात के गिर पूर्व वन मंडल के तुलसीश्याम रेंज के गधिया गांव के पास दो स्थानीय लोगों ने बनाई गई है।” उन्होंने बताया, ” उनमें से एक की पहचान यूनिस पठान के तौर पर हुई जबकि दूसरा लड़का नाबालिग है।” उन्होंने बताया कि बाइक पर जाने के दौरान उनका सामना दो एशियाई शेरों से हुआ। उन्होंने गाड़ी के (इंजन) और हार्न से तेज आवाजें निकालीं और शेरों को भगा दिया और उनका पीछा किया।
Pic Courtsey: Journeysmiths
विडियो हुआ वायरल:
अधिकारी ने बताया कि उन्होंने शेरों का पीछा करने के दौरान मोबाइल पर वीडियो बना ली जिसे बाद में सोशल मीडिया पर डाल दिया गया। वसवाडा ने बताया कि पठान उसी इलाके के सरसिया गांव का रहने वाला है। उसे तथा नाबालिग को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को पठान को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्होंने बताया कि नाबालिग के खिलाफ आगे की कार्रवाई पर फैसला किया जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि शेरों को तंग करना या छेड़ना गंभीर अपराध है और इसके लिए तीन से सात साल तक की सजा एवं 25000 रुपये के जुर्माने का प्रावधान है।
भगवान् का शुक्र है कि घटना वाली रात को कुछ भयंकर नहीं हुआ। नहीं तो शायद हो सकता था कि खुद का पीछा करने का दंड ये शेर स्वयं उन लडकों को दे देते और फिर जंगल से बेचारे सशरीर शायद ही वापस आ पाते। क्योंकि शेर को अपने शिकार के साथ खेलना भी बहुत पसंद होता है।