नई दिल्ली: कृषि क़ानूनों (Agriculture Bill) को लेकर किसानों (Farmer) का विरोध लगातार पांचवें दिन शुरू है. सरकार द्वारा दिए गए प्रस्ताव को किसानों द्वारा ठुकराने के बाद सरकार हरकत में आ गई है. किसानों के बढ़ते विरोध के बीच भाजपा प्रमुख जे पी नड्डा (J P Nadda) के आवास पर मंत्रियों की बैठक हुई. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) शामिल हुए.
Delhi: BJP chief JP Nadda, Union Home Minister Amit Shah, Defence Minister Rajnath Singh and Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar hold a meeting over farmers protest at BJP chief’s residence.
— ANI (@ANI) November 29, 2020
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीनों कृषि कानूनों को लेकर 26 नवंबर से किसान दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर डेट हुए है. वह लगातार इन पास किए कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे है. आंदोलन कर रहे किसान सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर पर जमे हुए है.
केंद्र का प्रस्ताव अस्वीकार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए प्रस्ताव जिसमें उन्होंने हाईवे खाली कर, निश्चित किए गए स्थान पर स्थानांतरित किए जाने के बाद सरकार बात करेगी को किसानों ने अस्वीकार कर दिया है. प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा, ” हम उनके (सरकार) प्रस्ताव की शर्त को स्वीकार नहीं करेंगे। हम बातचीत करने को तैयार है लेकिन अभी कोई शर्त नहीं स्वीकार करेंगे.”
कृषि मंत्री ने चौथी बार भेजा प्रस्ताव
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को बात करने के लिए चौथी बार प्रस्ताव भेजा है. उन्होंने कहा, “भारत सरकार किसानों से तीन दौर की वार्ता कर चुकी है, चौथी बार तीन दिसंबर को मिलने का प्रस्ताव दिया था. सरकार हर स्तर पर खुले मन से बातचीत करने को तैयार है पर किसान यूनियन को बातचीत का माहौल बनाना चाहिए. उन्हें आंदोलन का रास्ता छोड़ चर्चा का रास्ता अपनाना चाहिए.”