नयी दिल्ली. गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हालचाल जानने के लिए दो अस्पतालों का आज दौरा करेंगे। ऐसा अधिकारियों ने बताया है।
Union Home Minister Amit Shah (file photo) to visit two hospitals where police personnel injured in the violence during farmers’ tractor rally on January 26 have been admitted in north Delhi. pic.twitter.com/dR1m1ZskBq
— ANI (@ANI) January 28, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बृहस्पतिवार को दो अस्पतालों का दौरा कर गणतंत्र दिवस के दिन राष्ट्रीय राजधानी में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हालचाल जानेंगे। अधिकारियों ने इस बारे में बताया। किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा की घटनाओं में करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हो गए। किसान नवंबर से ही केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री सुश्रुत ट्रामा सेंटर और तीरथ राम अस्पताल का दौरा कर घायल पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जानकारी लेंगे। दोनों अस्पताल सिविल लाइंस में स्थित हैं। पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर परेड में हिंसा में किसान नेताओं की भूमिका की जांच की जाएगी। हिंसा और तोड़-फोड़ में दिल्ली पुलिस के 394 कर्मी घायल हुए हैं। दिल्ली के पुलिस आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसान यूनियनों ने ट्रैक्टर परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया। परेड दोपहर 12 बजे से शाम पांच बजे के बीच होनी थी और उसमें 5,000 टैक्टरों को शामिल होना था।
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड का लक्ष्य कृषि कानूनों को वापस लेने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग करना था। दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर समारोह समाप्त होने के बाद तय रास्ते से ट्रैक्टर परेड निकालने की अनुमति दी थी, लेकिन हजारों की संख्या में किसान समय से पहले विभिन्न सीमाओं पर लगे अवरोधकों को तोड़ते हुए दिल्ली में प्रवेश कर गए। कई जगह पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई और पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लेना पड़ा। ट्रैक्टर परेड के दौरान आईटीओ के पास ट्रैक्टर पलटने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गयी थी।