China deploys 60, 000 troops on India's northern border: Pompio

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नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में पिछले दो महीने से भारतीय और चीनी सेना आमने सामने है. जिसको लेकर पिछले दिनों हुई बातचीत के बाद दोनों सेनाओं ने आपसी सहमति से पीछे जाना शुरू कर दिया है. सेना के सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार भारतीय और चीनी सेना ने  हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा से हटना कल शुरू कर दिया है, जिसे आने वाले कुछ दिनों में पूरा होने की उम्मीद है.

मिली जानकरी के अनुसार चीनी सेना ने कल से अपनी संरचनाओं को ध्वस्त करना शुरू कर दिया था. दोनों  पक्ष विघटन करेंगे और विवादित स्थल से 1-1.5 किमी पीछे जाएंगे. दोनों सेनाओं के विघटन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही आगे की वार्ता आयोजित करने की संभावना है.

बतादें कि पिछले कई दिनों से चीन सीमा पर अपना अड़ियल रुख अपनाए हुआ था, जिसके बाद भारत ने भी कड़ा रुख अपने हुए चीन को उसकी ही भाषा में जवाब देना शुरू कर दिया. इसी कड़ी में तीन जुलाई को लद्दाख का दौरा कर प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी सरकार को बेहद कड़ा और सख्त जवाब दिया. भारत के इस बदले रूप को देखने के बाद चीन झुकने पर मजबूर हो गया.

अजित डोवाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच हुई बात 
सीमा पर शुरू तनाव के बीच सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल ने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से वीडियो के माध्यम से बात की. इस दौरान दोनों ने आपसी सहमति से भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति रखने और मतभेद को विवाद नहीं बनने देने पर जोर दिया, साथ में स्थाई हल निकालने के लिए बात शुरू रखने पर सहमत हुए.